वीरचंद पटेल पथ स्थित भाजपा का प्रदेश कार्यालय। राजनीतिक सत्ता का बड़ा केंद्र। पटना में सात सकुर्लर रोड (नीतीश आवास) और दस सकुर्लर रोड (लालू आवास) के बाद आठ वीरचंद पटेल पथ ही सत्ता का केंद्र है। केंद्र के आठ मंत्री बिहार से हैं। इसका असर भी दिखता है। विधान सभा चुनाव के दौरान भाजपा के प्रदेश कार्यालय में ‘उत्साह का आंतक’ दिखता था। लेकिन विधान सभा चुनाव में भाजपा की हुई हार से उत्साह ठंडा पड़ गया था।
वीरेंद्र यादव
लेकिन करीब छह माह बाद आज भाजपा कार्यालय में जोश का माहौल था। कोई नकारात्मकता नहीं थी। बस, विकास ही विकास। केंद्र सरकार 27 मई से 15 दिनों का विकास पर्व मना रही है। उसी कड़ी में केंद्रीय मिश्र कलराज मिश्र ने आयोजित प्रेस चर्चा (वार्ता नहीं) में केंद्र सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डाला और विस्तार से बताया भी। उन्होंने केंद्रीय योजनाओं से बिहार को होने वाले लाभ के बारे में आंकड़ों के माध्यम से जानकारी भी दी। राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विकास का संकल्प दुहराया।
पिछले छह महीने में भाजपा कार्यालय में होने वाली प्रेस वार्ता में ‘नीतीश मंथन’ ही चलता रहा था। प्रेस कॉन्फ्रेंस किसी की भी हो, एजेंडा सिर्फ एक – नीतीश – लालू और जंगलराज। इससे हटकर कलराज मिश्र की ‘प्रेस चर्चा’ ने कुछ नया था, विकास की आकांक्षा थी और भविष्य की उम्मीद भी। मंचासीन नेताओं के चेहरे पर जोश भी नजर आ रहा था। 15 दिनों का विकास पखवाड़ा में सिर्फ ‘विकास गान’ होगा। खतरा यह है कि ‘विकास’ पर नीतीश कुमार अपना दावा ठोक सकते हैं और तब भाजपा नेताओं की पूरी फौज नीतीश के दावों पर सफाई देने में ही उलझ कर रह जा सकती है।