बिहार विधानसभा में आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों ने छात्रवृत्ति घोटाले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग को लेकर हंगामा किया । विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के विनोद कुमार सिंह , विजय कुमार सिन्हा , तार किशोर प्रसाद , भागीरथी देवी और राणा रणधीर की ओर से दिये गये कार्यस्थगन प्रस्ताव को नियमानुकूल नहीं पाते हुए अमान्य कर दिया । इस पर प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार ने कहा कि राज्य में छात्रवृत्ति के नाम पर बड़ा घोटाला हो रहा है।
श्री कुमार ने कहा कि राज्य योजना से छात्रों को छात्रवृत्ति मिलती है, लेकिन पिछले कुछ समय से इसमें फर्जी संस्थानों के जरिये भारी गड़बड़ी हो रही है। भुवनेश्वर में पढ़ रहे बिहार के छात्रों को छात्रवृत्ति समय पर नहीं मिल पाने के कारण कॉलेज से निकाल दिया गया । उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है, लेकिन यह घोटाला इतना बड़ा है कि इसकी जांच निगरानी के बजाये सीबीआई से करायी जानी चाहिए ।
भाजपा के सदस्य सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर अपनी सीट से ही शोरगुल और नारेबाजी करने लगे । राजग में शामिल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के ललन पासवान हाथों में पोस्टर लिये सदन के बीच में आ गये । रालोसपा के ललन पासवान भी शून्यकाल की सूचना पढ़ने के लिए अपनी सीट पर वापस आ गये और बाद में फिर वह सदन के बीच में जाकर नारेबाजी करने लगे । ध्यानाकर्षण शुरु होने की घोषणा के बाद राजग के सदस्य शांत होकर अपनी सीट पर बैठ गये।