बिहार विधान परिषद में आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों ने अति पिछड़ा एवं दलित वर्ग के छात्रों को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक एवं प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर भारी शोरगुल और नारेबाजी की जिसके कारण सदन की कार्यवाही को के लिए स्थगित करनी पड़ी ।
उप सभापति हारूण रसीद के आसन ग्रहण करते ही भारतीय जनता पार्टी के लाल बाबू प्रसाद ने कहा कि इस मामले पर उन्होंने कार्यस्थगन की सूचना दी थी । उन्होंने कहा कि अति पिछड़ा एवं दलित वर्ग के छात्रों को मिलने वाली पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान लगभग दो-तीन वर्षो से नहीं हुआ है । वहीं कई फर्जी संस्थानों को छात्रवृत्ति की राशि का भुगतान किया गया है, जिससे छात्रवृत्ति में घोटाला किये जाने का मामला उजागर हुआ है । श्री प्रसाद ने कहा कि प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति में हुए घोटाले में रोज नये-नये खुलासे हो रहे हैं । राशि का बंदरबांट करने के लिए न सिर्फ फर्जी स्कूल एवं गांव को खड़ा किया गया बल्कि बैंकों में फर्जी खाता खोलकर व्यक्तिगत खाते में पैसा जमा करा दिया गया ।
उन्होंने कहा कि आश्चर्य तो इस बात से है कि स्कूल एवं बच्चे पटना जिले के हैं, लेकिन बैंकों की शाखा नागपुर तक मिले है । भाजपा सदस्य ने कहा कि वहीं दूसरी ओर पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति का भुगतान नहीं होने के कारण ओडिसा , राजस्थान एवं उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में पढ़ने वाले बिहार के गरीब छात्रों को संस्थान से निकालने की नौबत आ गयी है । शून्यकाल के शुरू होते ही श्री प्रसाद ने इस मामले को एक बार फिर से उठाया और कहा कि छात्रवृत्ति के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है जिसके कारण गरीब छात्रों की पढ़ाई छूट गयी है । इस मुद्दे पर हुए हंगामे के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।