केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के हाल ही में सहयोगी बने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाले जनता दल यूनाईटेड को केन्द्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का न्योता नहीं मिलने से राजग में सबकुछ ठीक नहीं होने का संकेत मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स में आयोजित कार्यक्रम से लौटने के दौरान पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि केन्द्रीय मंत्रिमंडल के कल होने वाले विस्तार के संबंध में उन्हें मीडिया से ही जानकारी मिली है।
उन्होंने कहा कि पार्टी को मंत्रिमंडल में शामिल होने का अब तक कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है और यदि कोई ऐसा प्रस्ताव आयेगा, तब पार्टी उसपर विचार करेगी। सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी ने जदयू को एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्यमंत्री का पद देने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन मंत्रियों की संख्या और विभाग को लेकर भाजपा तथा जदयू के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
गौरतलब है कि महागठबंधन से 26 जुलाई को अलग होने के बाद श्री कुमार ने 27 जुलाई को भाजपा के साथ मिलकर बिहार में सरकार बनाई थी। इसके बाद जब मुख्यमंत्री श्री कुमार दिल्ली गये थे तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान ही जदयू को राजग में शामिल होने का न्योता दिया गया था। जदयू ने 19 अगस्त को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राजग में औपचारिक तौर पर शामिल होने की घोषणा की। इसके बाद से ही कयास लगाये जाने लगे थे कि जल्द ही जदयू मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होगा।