राजद नेता तेज प्रताप यादव द्वारा राजद में बताये गए असामाजिक तत्‍वों की खुलासे की मांग अब जदयू ने तेजस्‍वी यादव से कर दी है. जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि अब तो यह सच साबित हो गया कि राजद ने राजनीति में ‘लंपटीकरण’ की शुरूआत की है. जब हम लोग कहते थे तब आपको और आपके प्रवक्ताओं को तकलीफ होती थी, परंतु अब तो आपके भाई और राज्य के पूर्व मंत्री ही कह रहे हैं. इसलिए पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से उन असामाजिक लोगों के नाम के खुलासा करें.

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने तेजस्‍वी यादव को ओपेन लेटर लिखते हुए कहा कि राजनीति में किसी नेता या कार्यकर्ता को ही एमएलसी, एमएलए, सांसद बनाया जाता है, वह बाहर का व्यक्ति नहीं होता.राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे तो राजनीति में बहुत वरिष्ठ हैं. आपके भाई द्वारा उन्हें सार्वजनिक तौर पर अपमान करना राज्य की जनता को भी पसंद नहीं आया है. नीरज ने आगे लिखा कि  रामचंद्र पूर्वे आखिर अब और कितना अपमान सहेंगे? लगता है कि आपने एमएलसी के एवज में अभी तक कोई जमीन या संपत्ति इस परिवार के नाम नहीं की है, यही कारण है कि आपको आज एमएलसी बनने के कारण सार्वजनिक रूप से अपमान झेलना पड़ा.

गौरतलब है कि बीते शनिवार को तेज प्रताप यादव ने एक ट्वीट में लिखा था –‘मेरा सोंचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊँ। अब कुछेक “चुग्लों” को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं।। ।। राधे राधे।।‘ बाद में  मीडिया से बात करते हुए कहा था कि उनकी बात पार्टी में नहीं सुनी जाती. फिर वो जब भी किसी को फ़ोन करते हैं तो उन्हें सही रिस्पॉन्स नहीं मिलता. उनका इशारा पार्टी के वरिष्‍ठ नेता रामचंद्र पूर्वे की ओर था. मगर सोमवार को लालू प्रसाद यादव के जन्‍म दिन पर तेज और तेजस्‍वी ने मीडिया में अपने बयान का खंडन भी कर दिया.

 

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