राज्यसभा चुनाव के लिए भाजपा ने गोपाल नारायण सिंह को प्रत्याशी बनाया है, जो खनन माफिया हैं। उन पर 28 केस है, जिसमें से 16 तो खनन से जुड़े हैं और पर्यावरण के खिलाफ हैं। गोपाल नारायण सिंह पर यह आरोप जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह विधान पार्षद संजय सिंह ने लगाया। जदयू के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि गोपाल नारायण सिंह पर अटेंड टू मर्डर, धोखाधड़ी, रॉबरी समेत कई केस दर्ज हैं. सासाराम मुफस्सिल थाना में खनिज अधिनियम के एक मामले में उन्हें जमानत मिली हुई है, जबकि इसी थाना क्षेत्र के एक मामले में चार्जशीट हुआ है। ऐसे ही कई मामले हैं, जिसमें उन्हें आरोपी बनाया गया है।
भाजपा के इस कदम से उनका चाल-चरित्र व चेहरा उजागर हो गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र में जब भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनी थी, उन्होंने निर्णय लिया था कि जितने भी एमपी-एमएलए पर आरोप होगा, उसपर एक महीने में सुनवाई नहीं होने पर स्पीडी ट्रायल चलाया जायेगा, लेकिन अब जिनके ऊपर कई आरोप हैं उन्हें ही प्रत्याशी बनाया गया है। इस पर हमारे एनआरआइ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो विदेश भ्रमण कर रहे हैं उन्हें जवाब देना चाहिए।
जदयू के प्रवक्ता डा. अजय आलोक ने कहा कि राज्यसभा के लिए भाजपा नेता सुशील मोदी का टिकट कटने से बिहार का नुकसान हुआ है। अगर वे राज्यसभा के सदस्य बनते और केंद्र में मंत्री होते तो बिहार का भला ही होता। सुशील मोदी विरोधी दल में है और हमारी प्रतिस्पर्द्धा भी है, लेकिन वे हमलोगों के साथ सरकार में साढ़े आठ साल काम किया है। सुशील मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इर्ष्या से ही सही लेकिन बिहार के लिए ज्यादा काम करते।