जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने नई दिल्ली में कहा कि वित्त वर्ष 2017-18 का बजट समय से पहले फरवरी की शुरूआत में पेश किया जाना चुनाव की आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा, क्योंकि तब तक विधानसभा चुनावों के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी होगी।
जद यू के पूर्व अध्यक्ष और सांसद श्री यादव ने कहा कि यह चुनाव संहिता का उल्लंघन हो सकता है। हम इसका विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि जद यू की एक रणनीति यह होगी कि वह चुनाव आयोग में याचिका दायर करेगा। देखते हैं इसका क्या होता है । हो सकता है कि चुनाव आयोग सामान्य परामर्श जारी करके सरकार को चुनाव होने वाले राज्यों में लोकलुभावन घोषणाएं करने से रोके ।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत चुनाव वाले राज्यों में लुभावनी घोषणाएं करके विभिन्न वर्गों के मतदाताओं को रिझाने की कोशिश हो सकती है, जिससे चुनाव प्रभावित हो सकते हैं ।
भाजपा नेताओं के इस बयान पर कि चुनाव संहिता केंद्र सरकार के आम बजट पर लागू नहीं होती, श्री यादव ने कहा कि आम तौर पर ऐसा होता है लेकिन यह परंपरा नहीं है। उत्तर प्रदेश ,पंजाब , उत्तराखंड ,गोवा और मणिपुर में 2017 मार्च तक विधानसभा चुनाव होने हैं । चुनाव आयोग इन चुनावों की अधिसूचना दिसंबर अंत तक जारी कर सकता है।