जद यू की नेता व राज्य महिला आयोग की नवनियक्त सदस्या रेणु सिंह कुशवाहा के बेटे का अपहरण और फिर हत्या से पॉलिटकल मर्डर की आशंका है, मंगलवार को तीन टुकड़ों में बंटी लाश बरामद कर ली गयी.
विनायक विजेता
अपहर्ता पिरौती के लिए किसी का अपहरण करे और फिरौती न मिलने उस ख्ुवक की हत्या कर उसकी लाश तीन टुकड़ों में काट दे और मृतक की अंगुली में पहनी हुई बहुमुल्य सोने की अंगुठी को न हाथ लगाएं यह बात कुछ हजम नहीं हो रही है।
जी हां हम बात कर रहें हैं
जदयू नेत्री और राज्य महिला आयोग की नव मनोनीत सदस्य रेणु सिंह कुशवाहा के बेटे विपीन कुमार की 13 अप्रैल को कथित रूप से फिरौती के लिए अगवा कर लिया गया था। घटना के नौ दिनों के बाद मंगलवार को दोपहर विपीन की लाश रजौली के जंगल से बरामद की गई।
तीन टूकड़ों में बटे विपीन के क्षत-विक्षत शव की पहचान उसकी एक अंगुली में पहने सोने की बहुमुल्य अंगुठी के आधार पर की गई। अब सवाल यह कि कि जिन कथित अपहर्ताओं ने रुपयों के लिए विपीन का अपहरण किया उन्होंने विपीन की अंगुली से सोने की बहुमुल्य अंगुठी को क्यों नहीं निकाली?
निर्दयता पूर्वक लाश के तीन टूकड़े क्यों किए गए? अक्सर ऐसे मामलों में यह पाया जाता है कि लाश को टुकड़े करने वाला हत्यारा या तो मानसिक रोगी होता है या हत्यारे की कोई जबर्दस्त व्यक्तिगत अदावत मृतक से होती है।
विपीन का अपहरण और उसकी हत्या फिरौती की रकम के लिए की गई हजम होने वाली बात नहीं दिखती। इस पूरे मामले में चुनावी रंजिश की साजिश दिख रही है।
गौरतलब है कि मूल रुप से नवादा की निवासी रेणु कुशवाहा पूर्व में भाजपा में थी पर दो माह पूर्व ही जदयू में शामिल हुई थी जिसके पुरस्कार स्वरूप उन्हें महिला आयोग की पूर्व सदस्य कहंकशा परवीन जिन्हें जदयू कोटे से राज्यसभा का सदस्य बनाया गया था के रिक्त जगह पर महिला आयोग का सदस्य मनोनीत किया गया था पर चुनाव आचार संहिता लागू हो जाने के कारण रेणु कुशवाहा ने अपना पदभार अभी ग्रहण नहीं किया था।
एक सवाल यह भी है कि अगर अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए 13 अपैल को विपीन को अगवा किया तो अगवा करने के छह घंटे के अंदर उसकी हत्या क्यों कर दी। पूरा मामला काफी संदेहस्पद है और यह पूरा मामला किसी राजनीतिक रंजिश और व्यक्तिगत दुश्मनी की ओर इंगित कर रहा है जिस साजिश से पर्दा हटाने की चुनौती नवादा पुलिस के सामने है।
मंगलवार को बड़े बेटे की तीन टुकड़ो में बंटी लाश और उन टुकड़ो को एक बोरे में बंद कर पोस्टमार्टम के लिए ले जाते देख जदयू नेत्री रेणु कुशवाहा पछाड़ खाकर रो पड़ीं.