लोकसभा चुनावों से पहले नरेंद्र मोदी सभाओं में पूछा करते थे रुपया क्यों गिर रहा है, लेकिन अब यही सवाल जदयू एमएलए सुमित सिंह ने पूछा है कि पीएम बन गये तो मोदी जी बतायें कि अब रुपया क्यों गिर रहा है?
चकाई के जदयू विधायक सुमित कुमार सिंह कहा है कि भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी जी लगातार बिहार सरकार और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछ रहे हैं. मुझे भी उनसे चंद प्रश्न के जवाब चाहिए! आखिर उनकी पार्टी केंद्र में सरकार है, फिर रुपया गिर कर कैसे नौ महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गया है?
इस मुद्दे पर आप खामोश हैं, इनके नेता नरेंद्र मोदी कहते थे कि रूपया और कांग्रेस के बीच गिरने की प्रतिस्पर्घा चल रही है, कौन ज्यादा नीचे गिर सकता है! फिर, आज उनकी पार्टी सत्ता शीर्ष पर पूरी ताकत के साथ विराजमान हैं, फिर रूपया यूपीए सरकार के समय से नीचे कैसे चला गया, इनके वाचाल प्रवक्ता और खुद यह दावा करते हैं कि देश इनकी पार्टी के नेतृत्व में तरक्की कर रहा है?
अब, यही बताएं कि हमारा रूपया क्यों गिर रहा? इनके नेता ही अपने पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री से कुछ यूँ सवाल करते थे,’ देश जानना चाहता है कि रूपया क्यों गिर रहा है, आपको जबाव देना होगा, इसमें कोई न कोई हेराफेरी है, कोई न कोई षड्यंत्र है! प्रंधानमंत्री जी मैं आप से पूछना चाहता हूँ कि न पाकिस्तान, न बांग्लादेश की करेंसी गिर रही, तो फिर रूपया क्यों पतला होता जा रहा है ?’ अब, जबाव देने की बारी इनकी है, इनको जबाव देना होगा!
दूसरा सवाल
दूसरा सवाल है कि यह बिहार में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं, केंद्र और हरियाणा में इनकी सरकार है. फिर, वहाँ एक तथाकथित धर्मगुरु रामपाल की गिरफ्तारी के लिए चालीस हज़ार अर्ध सैनिक बल और हरियाणा पुलिस के हज़ारों जवान जमे रहे, फिर भी चार दिन तक रामपाल के गुंडों की खुलेआम गुंडागर्दी चलती रही, आखिरकार कोर्ट की फटकार के बाद इनकी सरकार जगी. आधा दर्जन लोगों की मौत के बाद रामपाल कब्जे में आये. तब सुशील कुमार मोदी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से इस्तीफा क्यों नहीं माँगा?
तीसरा सवाल
तीसरा सवाल इनकी पार्टी के शासन वाले राज्य छत्तीसगढ़ में दवा में घोटाले के कारण डेढ़ दर्जन महिलाओं की नसबंदी के दौरान मौत हो गयी. तब इनकी अंतरात्मा क्यों नहीं जगी, इन्होने वहाँ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से इस्तीफा क्यों नहीं माँगा? बिहार में दवा घोटाले का आरोप लगा सुशील कुमार मोदी सीबीआई जांच की मांग करते हैं. छत्तीसगढ़ में ऐसा क्यों नहीं हुआ.
आखिर में सुमित कुमार सिंह कहते हैं ऐसे में इनमें थोड़ी भी नैतिकता बची है तो यह मौनव्रत धारण कर राजनीति से सन्यास ले लें!