पूर्व मंत्री व विधान पार्षद डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि जनता परिवार के विलय की संभावना अधर में लटक गयी है। इस माहौल हिन्दुस्तानी आमाव मोर्चा एक मजबूत विकल्प बनकर उभरेगा।
आज पटना में जारी बयान में उन्होंने कहा कि राजद, जदयू और सपा के विलय के बाद भी लालू यादव और नीतीश कुमार को कोई फायदा होने वाला नहीं था। विलय नहीं होने से उनकी स्थिति एकदम बदहाल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विधान सभा की 10 सीटों पर पिछला उपचुनाव जीतनराम मांझी के नेतृत्व में लड़ा गया था। मांझी जी मुख्यमंत्री थे। इस कारण महादलितों का एकमुश्त वोट राजद, जदयू और कांग्रेस के गठबंधन को मिला था। गठबंधन को अप्रत्याशित जीत मिली थी। अब हालात बदल गये हैं।
पूर्व मंत्री श्री सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मांझी जी के साथ महादलितों के साथ सवर्ण गरीबों का बड़ा तबका खड़ा है और उनकी (मांझी जी) अगुआई में नयी सरकार बनवाना चाहता है। उन्होंने कहा कि बिहार में ‘हम’ नयी ताकत के रूप में उभर रहा है और सबसे बेहतर विकल्प वही बन सकता है। डॉ सिंह ने कहा कि जनता परिवार के विलय की कवायद ही अप्राकृतिक और अस्वाभाविक थी। नीतीश कुमार अपनी साख बचाने के लिए विलय के लिए परेशान थे। लेकिन सपा ने स्पष्ट कर दिया कि विलय की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि अब लालू, नीतीश औ कांग्रेस तीनों अलग-थलग पड़ गए हैं। जबकि करीब 25 फीसदी दलित-महादलित और गरीब सवर्णों के वोट के सहारे आज जीतनराम मांझी और ‘हम’ सबसे बड़ी ताकत बन गए हैं और वही बिहार की राजनीति की दिशा तय करेंगे।