एक केंद्रीय मंत्री से तरक्की करके प्रणव मुखर्जी राष्ट्रपति बन गये. यह ढ़ेढ़ दशक से ज्यादा पुरानी बात है. इन 17-18 वर्षों में बालक तेज प्रताप और तेजस्वी यादव न सिर्फ युवा हो गये बल्कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री व उप मुख्यमंत्री बन गये.
लेकिन राष्ट्रपति प्रणव मखर्जी को अब तक वह दिन याद है जब उन्होंने तेज व तेजस्वी को चाकलेट दिया था. बस क्या था तब इसके बाद ये दोनों बालक अलग-अलग टेस्ट के चाकलेट पर पिल पड़े थे.
शुक्रवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने इस वाक्या का जिक्र छेड़े दिया. वह पटना में एक गैर सरकारी संगठन के हीरक जयंती समारोह के अवसर पर आये थे. वहां उपमुख्मंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. प्रणव मुखर्जी ने तेजस्वी की तरफ मुखातिब होते हुए कहा आज यह युवक राज्य का उपमुख्यमंत्री बन गया है.जब इन्हें पहली बार देखा था तब ये बहुत छोटे थे. तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद दिल्ली में मुझसे मिलने आये थे. साथ में उन्होंने तेजस्वी और तेज प्रताप को भी लाया था. लालू प्रसाद हमारे साथ पंचवर्षीय योजना पर चर्चा करने आये थे. तब हमने इन दोनों को टाफी दी थी. उसी में ये दोनों उलझे रहे और हमने इसी दौरान पंचवर्षीय योजना पर चर्चा कर ली.
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी तेज और तेजस्वी को टाफी देने की चर्चा कर रहे थे तो इस दौरान तेजस्वी यादव बड़ी गौर से उनकी बात सुन रहे थे. तेजस्वी के माथे पर आयी लकीरों से लग रहा था कि वह उस वाक्ये को याद कर रहे हों.