जमुई के सिकंदरा में सनसनी का आलम है. एक जगह कुंए में लाश बरामद हुई है तो दूसरी जगह खेत के किनारे एक लाश पड़ी मिली है.
मुकेश कुमार, पूर्वी बिहार ब्यूरो
जमुई जिले के सिकंदरा थानाक्षेत्र के ग्रामीण इलाके के कुएं और आहर से दो लाशो को मिलने से एक बार फिर इलाके में सनसनी फ़ैल गयी है |मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह गोखुला फतेहपुर पंचायत के रवैय टांड़ गाँव के बिंदा मिस्त्री के कुएँ से उक्त गाँव के हरिचरण महतो के 45 वर्षीय पुत्र इन्द्रदेव महतो की लाश कोबरामद किया गया ।
मृतक के पिता के अनुसार इन्द्रदेव रविवार की संध्या से ही घर से लापता था ।इस सम्बन्ध में पिता द्वारा सोमवार को स्थानीय थाने में अगवा की आशंका जताते हुए गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया गया था ।मृतक युवक के पिता ने बताया कि मेरे पुत्र को शाम में शराब पीने की आदत थी ।शराब पीने के लिए घर से निकला और गाँव के ही दिलीप चौधरी के पासीखाने में जाकर नौआडीह के दो अन्य युवक के साथ शराब पिया |लेकिन घर वापस नहीं लौटा ।काफी इधर उधर खोजबीन किया परन्तु कहीं कुछ अतापता नहीं चल पाया ।
मंगलवार की सुबह जब कुछ ग्रामीण विंदा मिस्त्री के कुएँ को झाकर देखा तो मेरे बेटे का लाश कुएँ में तैर रहा था ।पिता का मानना है कि मेरे बेटे को किसी ने गला दबाकर हत्या कर लाश को कुएँ में फेक दिया है ।इधर दूसरी ओर कुरहाडीह निवासी वेशर महतो उम्र 70 की लाश को मरकामाके बड़का आहर से बरामद किया गया ।सूत्र बताते हैं वेसर महतो अपने खेत की जुताई के कार्य से अहले सुबह घर से निकले थे ।जिसके उपरांत वेसर महतो की तैरती हुई लाश मरकामा के बड़का आहर पायी गई ।पुलिस इन दोनों मामलो की जाँच में जुट गई है ।
बतातें चलें कि वेशर महतो के पुत्र कैलाश महतो को भी दिन दहाड़े गत वर्ष गोलियों से भुनकर हत्या कर दी गई थी ।इस घटना के उपरान्त उक्त घटना में नामजद बनाये गए अभियुक्तों की भी हत्याएं हुई और इस घटना का साक्षी कुरहाडीह ही बना ।इस खूनी रंजिश की घटना में रक्तपात का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ।लहू के दाग को लहू से ही धोने का प्रयास अनवरत जारी है ।जिसके दौरान 17 अक्टूबर को मदन मिस्त्री की नृशंसता पूर्वक हत्यारों ने गला रेत कर हत्या कर दी थी और सिर को गायब कर दिया था ।ठीक इसके उपरान्त कैलाश महतो के सहयोगी रह चुके उपेन्द्र महतो की वृद्ध माँ वसंती देवी की हत्या 25 अक्टूबर की देर रात्रि में सुसुप्ता अवस्था में गला रेतकर दी गई थी ।कुल मिलाकर कुरहाडीह गाँव में हत्याओं का दौर जारी है ।