जम्मू के एक मंदिर में एक शख्स द्वारा तोड़-फोड़ करने के बाद कुछ लोगों ने वहां मौजूद गाड़ियों में आग लगा दी थी. इस पर उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि उन 22 आरोपियों को आरएसएस के कहने पर छोड़ दिया गया.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी-पीडीपी के गठबंधन पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि जम्मू में हुए दंगे के बाद पकड़े गए 22 आरोपियों को नागपुर से आए ‘ऑर्डर’ पर छोड़ दिया गया।
अब्दुल्ला ने यह बात गुरुवार (16 जून) को अनंतनाग में हो रही एक रैली में कही। यह वही जगह है जहां पर से मौजूदा मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती उपचुनाव लड़ रही हैं। अब्दुल्ला ने महबूबा पर आरोप लगाया कि वह बस एक कठपुतली की तरह काम करती हैं।
इसके साथ ही कश्मीर को नागपुर द्वारा चलाए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ‘सच में नागपुर ही कश्मीर सरकार को कुछ भी करने का ऑर्डर देता है।’
उमर अब्दुल्ला जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं उन्होंने आरोप लगया कि सरकार की तरफ से संसद में उन लोगों को भरोसा दिया गया था कि आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, पर फिर उन्हें छोड़ने के साथ-साथ लगे केस को भी हटवा दिया गया।
RSS को कश्मीर की राज्य सरकार का रिमोट कंट्रोल बताते हुए अब्दुल्ला ने कहा, ‘अगर दंगा करने वाले कश्मीरी अलगाववादी होते तो उनको अबतक केस लगाकर अंदर कर दिया गया होता। उन लोगों को तो बात तक कहने की इजाजत नहीं है, बस जलाना तो दूर की बात है।’
जम्मू के एक मंदिर में एक शख्स ने तोड़फोड़ की थी इसके बाद वहां पर विरोध कर रहे लोगों ने गाड़ियों में आग लगा दी थी। इसके चलते फोन सेवा भी बाधित रही थी।
जनसत्ता में बशारत मसूद की रिपोर्ट