नीतीश मंत्रिमंडल के एक मात्र मुस्लिम मंत्री ने सियासी जोश में जय श्री राम का नारा क्या लगा दिया फेसबुक पर हजारों लोगों ने उनके खिलाफ अपशब्दों की बौछार कर दी. उधर नौकरशाही डॉट कॉम पर खबर वॉयरल होने के बाद मंत्री माफी मांग ली है.
इस घटना के बाद जहां इमारत शरिया के मुफ्ती सुहौल अहमद कासमी ने फतवा में कहा है कि ऐसे लोग इस्लाम से खुद ही बेदखल हैं और उनका निकाह भी खारिज हो गया. उधर खबर है कि बिहार सरकार के मंत्री खुरशीद उर्फ फिरोज अहमद ने माफी मांग ली है.
खुरशीद ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा परिसर में कहा था कि जन हित में वह सुबह शाम हजार बार जय श्री राम का नारा लगायेंगे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि राम और रहीम दोनों की वह पूजा करते हैं. इस खबर के बाद इमारत शरिया के मुफ्ती सुहैल अहमद कासमी ने एक फतवा में कहा था ऐसे लोग इस्लाम से बेदखल हैं और उनका निकाह भी टूट गया. लिहाजा इसका एक ही रास्ता है कि वह माफी मांगे और फिर से निकाह करें.
नीतीश के मंत्री पर चला फतवा का डंडां
नौकरशाही डॉट कॉम ने इस खबर को मजबूती से उठाया था. यह खबर सोशल मीडिया पर वाॉयरल हो गयी. एक हजार से ज्यादा लोगों ने इस खबर पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी. अनेक लोगों ने तो उन के खिलाफ ऐसे शब्दों को प्रयोग किया जिसे लिखा नहीं जा सकता.
इमरान अख्तर ने लिखा कि राजनीतिक लाभ के लिए अपना कल्चर भूलने से ज्यादा घटिया और कुछ नहीं हो सकता. सफीउरर्हमान ने लिखा कि जो अपने धर्म का नहीं हो सकता वह किसी और धर्म का कैसे हो सकता है. अभिमन्यु अनत ने लिखा है- ये है भगवा का खौफ. अब तो हनुमान चालीसा भी पढ़ेंगे. संदीप कुमार ने लिखा- क्या हुआ अपने धर्म को बेचकर मंत्री तो बन गए यही इन दो कौड़ी के नेताओं की औकात है. जबकि अशोक कुमार ने लिखा कि यह नेता जात के नाम पर कलंक है. वहीं रमेश ने उनका हिंदू धर्म में स्वागत किया तो वहीं दर्जनों लोगों ने खुरशीद को इस्लाम से खारिज करने का स्वागत किया. जबकि फैजान खान ने लिखा ऐसे लालची लोग कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं… कुछ भी बेच सकते हैं. मुजतबा ने हालांकि लिखा है कि सिर्फ जय श्री राम कहने से इस्लाम से खारिज नहीं किया जा सकता.