जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि राज्य में जब तक सत्ता, वोट और जाति की राजनीति होगी, तब तक अपराध पर नियंत्रण संभव नहीं है। अपराधियों को जाति का भगवान बना देना उचित नहीं है और इस प्रवृत्ति पर रोक लगायी जानी चाहिए। आज पटना में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि सत्ता और विपक्ष दोनों अपने-अपने वोट के लिए जाति के आधार पर अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं और उनका बचाव कर रहे हैं।
श्री यादव ने कहा कि राज्य में दर्जन भर जगहों पर दंगा हुआ और इसे रोकने में राज्य सरकार विफल रही। जबकि विपक्षी दल दंगा भड़काने और माहौल बिगाड़ने में जुटा रहा। दंगा से सत्ता और विपक्ष दोनों को लाभ मिलने की संभावना दिख रही है और दोनों ओर से इसे प्रायोजित किया जा रहा है। दंगा की घटनाओं की जांच करायी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने किशनगंज में जाकर भड़काऊ भाषण दिया, जिससे माहौल बिगड़ा। प्रधानमंत्री को गिरिराज सिंह को बर्खास्त कर देना चाहिए।
सांसद ने कहा कि राज्य में पिछले 32 सालों में एक भी नये उद्योग नहीं लगे। व्यापारियों को सुरक्षा देने में सरकार नाकाम रही है। वैसे माहौल में निवेश करने कौन आएगा। व्यापारियों का अपहरण के बाद फिरौती लेकर उन्हें छोड़ा जा रहा है। नेता, दलाल और अधिकारियों की मिलीभगत से अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। सर्वाधिक हत्याएं जमीन की दलाली में हो रही हैं। सरकार मौत का सौदागर बन गयी है। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ तीनों दलों में मतभेद गहराने लगा है और राज्य तेजी से मध्यावधि चुनाव की ओर बढ़ रहा है।