दिल्ली पुलिस कमिशनर की नौकरी में महज 67 दिन बचे हैं इस छोटी मुद्दत में वह तमाम आलोचनाओं का जवाब दे देना चाहते हैं.
आईपीए स्पॉट फिक्सिंग में बड़े-बड़े धुरंधरों को सलाखों तक पहुंचा कर अंतरराष्ट्रीय सुर्खिया बटोरने वाले नीरज कुमार पिछले छह महीनों से सख्त आलोचनाओं का शिकार रहे हैं. दिल्ली गैंगरेप में पुलिस की किरकिरी और प्रदर्शनकारी महिला को पीटे जाने के बाद नीरज कुमार की कुर्सी हिलते हिलते रह गयी थी. बिहार कैडर के इस आईपीएस अधिकारी ने अब अपने तमाम आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है.
पुलिस आयुक्त का कहना है कि आईपीएल-6 के मैचों में स्पॉट फिक्सिंग मामले में अभी कई बड़ी मछलियां हैं जो फिलहाल कानून की गिरफ्त से बाहर हैं.
आईपीएल-6 के मैचों में स्पॉट फिक्सिंग मामले की जांच अभी जारी है. मुद्दा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में बना हुआ है और दिल्ली पुलिस की जांच के बढ़ते घेरे में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर लाइमलाइट में आए दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार भी अपनी स्पेशल टीम के साथ स्पॉट-फिक्सिंग के किरदारों का पर्दाफाश करने में जुटे हुए हैं. पुलिस आयुक्त का कहना है कि इस गोरखधंधे में अभी कई बड़ी मछलियां हैं जो फिलहाल कानून की गिरफ्त से बाहर हैं.
दिल्ली पुलिस आयुक्त आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग को उजागर करना दिल्ली पुलिस की बड़ी कामयाबी मानते हैं न कि अपनी और इसके लिए अपनी पूरी टीम को इसका श्रेय देते हैं किसी व्यक्ति विशेष को. अपने आपको वह सिर्फ दिल्ली पुलिस का मुखिया मानते हैं.
नीरज कुमार की टीम ने स्पॉट फिक्सिंग का खुलासा कर आलोचकों के मुंह कुछ हद तक तो जरूर बंद करा दिए हैं और गृह मंत्री तक की शाबासी भी ले ली है.
समय लाईव से बात करते हुए नीरज कुमार ने कहा ‘गैंग रेप की दुखद घटना के बाद कुछ लोगों ने इस्तीफे की मांग को लेकर बाकायदा कैंपेन चलाया. पुलिस कमिश्नर की नियुक्ति को लेकर भी इन लोगों ने कोर्ट में चुनौती दी है. सोची-समझी रणनीति के तहत मेरे इस्तीफे की मांग की जा रही है. जिसे केवल मैं समझता हूं. (हंसते हुए) दरअसल सीबीआई में रहते हुए कुछ लोगों को लपेटा था. बदला लेने की नीयत से मेरी नियुक्ति को चैलेंज किया गया.