नाम राम जेठमलानी.पेशे से वकील.भाजपा के निलंबित सांसद.पहले भाजपा संसदीय दल की मीटिंग में जबरन घुसे, बोलने का समय लिया और नेतृत्व पर जोरदार प्रहार किया फिर चलते बने.
सभी नेता भौचक. एक दूसरे का चेहरा देखते रहे. तब तक तो जेठमलानी भाजपा की छवि मलीन कर चुके थे. इतना ही नहीं चले भी गये थे.
गौरतलब है कि निलंबित सदस्य संसदीय दल की बैठक में नहीं आ सकते.
जेठमलानी ने आरोप लगाया कि भाजपा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर नरम पड़ गई है. दर असल जेठमलानी का गुस्सा ये है कि उन्हें चार महीने पहले पार्टी के खिलाफ बोलने के कारण निलंबित कर दिया गया था.
पर आज तक उनके निलंबन के बारे में कोई फैसला लेने के बदले उनके मामले को लटका कर रखा गया है. इस पर जेठमलानी ने कहा- आपको मुझे पार्टी से निकालना है तो निकाल दें. लेकिन हमारे मामले को लटकाने की क्या जरूरत है.
कर्नाटक में कांग्रेस के हाथों विधानसभा चुनाव हारने के दर्द से जूझ रही भाजपा के लिए यह पहला आंतरिक प्रहार सा है.
बताते हैं कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को भी इस आशय का पत्र लिखा है.
विवादों भरा जीवन
राम जेठमलानी अटल बिहार वाजपेयी सरकार में कानून मंत्री थे. भारत के सर्वाधिक फीस वाले वकील के रूप में चर्चित जेठमलानी अपनी बेबाकी और विवाद भरे मुद्दों पर वकालत करने के लिए विख्यात रहे हैं.
जेठमलानी का जन्म 14 सितम्बर 1923 को हुआ था. 86 वर्षी जेठमलानी मूल रूप से सिंध( अब पाकिस्तान) के शिखरपुर से हैं. देश विभाजन से पहले ही जेठमलानी ने अपना करियर शुरू कर दिया था. पहले वह कराची में कॉलेज में पढ़ाते थे. उसके बाद वहीं अपने सीनियर साथी के साथ एक लॉ फर्म की स्थापना की .
जेठमलानी तीक्ष्ण बुद्धि के छात्र रहे हैं और महज 13 साल की उम्र में मैट्रिक कर गये. फिर मात्र 17 साल में एलएलबी की पढ़ाई भी पूरी कर ली. जबकि एलएलबी करने के लिए न्यूनतम उम्र 21 वर्ष थी. उनकी योग्यता के कारण उन्हें चार साल की छूट मिल गयी थी. जेठमलानी ने पहली शादी 18 साल की उम्र में कर ली थी. उसके तुरंत बाद उन्होंने दूसरी शादी एक वकील से की थी.
चूंकि 1956 तक हिंदुओं में बहुविवाह मान्य था इसलिए उनकी दोनों शादियां वैध मानी गयीं. जेठमलानी ने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1971 में की थी. तब उन्होंने निर्दलीय कंडिडेट की हैसियत से लोकसभा चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में उन्हें जनसंघ( आरएसएस का राजनीतिक मंच) और शिवसेना का समर्थन मिला था पर वह चुनाव हार गये थे.
बतौर वकील जेठमलानी ने जानबूझ कर ऐसे केस को अपने हाथ में लेने के लिए चर्चित रहे हैं जो हाईप्रोफाइल रहे हैं और जिनके नाम राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहे हैं. शेयर दलाल हरशद मेहता केतन पारेख. अफजल गुरू, लाल कृष्ण आडवाणी( हवाला कांड), जेसिका लाल हत्या मामले में आरोपी मनू शर्मा के नाम शामिल हैं.