रेल मंत्री मल्लिकार्जुन खडगे ने बुधवार को रेल बजट पेश किया पर इस बजट में बिहार के हिस्से में कुछ खास नहीं आया. जानिए क्या मिला बिहार को.
चुनावी साल में जनता को 17 नई प्रीमियम ट्रेन, 38 नई एक्सप्रेस ट्रेन, 10 पैसेंजर ट्रेन के साथ 13 नई ईएमयू जैसी ट्रेनों की सौगत भी दी गई. ट्रेनों को दुर्घटना से बचाने के लिए एंटी कोलिजन डिवाइस लगाने का ऐलान भी हुआ, हालांकि, पिछले पांच सालों से ऐसी डिवाइस लगाने की बातें की जा रही हैं लेकिन इसके लिए कोई ठोस योजना रेल मंत्रालय के पास अब भी नहीं है. 19 नई लाइनें बिछाने और 5 रूटों पर डबल लाइन करने के काम को भी मंजूरी दे दी गई है.
बजट के मुताबिक अब अगर आपको तुरंत टिकट चाहिए और वेटिंग टिकट नहीं लेना है तो कुछ खास गाड़ियों में आप फ्लैक्सी टिकट बुक कर सकते हैं, जैसा हवाई जहाज के टिकटों में होता है कि ज्यादा पैसा चुकाइये और कंफर्म टिकट पाइए। इस श्रेणी में जैसे-जैसे टिकट की मांग बढ़ेगी किराया भी बढ़ेगा
मल्लिकार्जुन ने हालांकि चुनावों के मद्देनजर रेल किराये में किसी तरह की वृद्धि तो नहीं की पर बिहार के लोगों की उम्मीदों के खिलाफ इस बजट में कुछ नहीं था.
बिहार को क्या मिला
रेल बजट में बिहार के लिए मात्र दो ट्रेनें मिली हैं. पटना-बैंगलोर एक्सप्रेस सप्ताहिक चलेगी जबकि पटना-मुंबई एसी सप्ताह में दो दिन चलेगी दूसरी तरफ कमाख्या एक्सप्रेस छपरा होकर चलाने का ऐलान किया गया. इसी प्रकार, पटना-सहरसा एक्सप्रेस का मुरलीगंज तक विस्तार किया गया है जिसके कारण मुरलीगंज के लोगों को कुछ सविधा होगी.
हालांकि बिहार से लोगों ने कई रेलगाड़ियों की मांग की थी. जबकि की कई रेलगाड़ियों की फ्रिकुएंसी बढ़ाने की मांग की गयी थी.