उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव मीडिया ट्रायल से सतर्क रहने की पूरी कोशिश करते हैं। उनकी शादी के प्रपोजल से जुड़ी वायरल हुई खबर के बाद आज मीडिया वाले मधुमक्खी की तरह टूट पड़े। कैबिनेट की बैठक के बाद जब वे अपने कार्यालय कक्ष में आए तो थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गयी। संजय यादव से गपियाने के बाद हम मणि यादव के पास चाय पी रहे थे। तब ही तेजस्वी अपने कमरे में आए और पीछे-पीछे पत्रकारों की टोली भी पहुंची। हम भी उस टोली में शामिल हो गए।
वीरेंद्र यादव
सबसे पहला सवाल शादी के प्रपोजल से ही जुड़ा था। तेजस्वी यादव ने मीडिया ट्रायल की वेदना को पत्रकारों से साझा करते हुए कहा – जिसके पीछे मीडिया हाथ ‘तोड़’ कर पड़ जाती है, वह कुंवारा रह जाता है। हमें बख्शिए। बात को आगे बढ़ाते हुए तेजस्वी ने कहा- भारतीय परंपरा में शादी-विवाह की बात अभिभावक तय करते हैं। यह उनका अधिकार क्षेत्र है। इससे हमको दूर रखिए। शादी के लिए जातीय सीमाओं से जुड़े एक सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा – यह सवाल गार्जियन से पूछिए। हमसे क्यों पूछ रहे हैं। शादी उनको तय करनी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पथ निर्माण विभाग का वाट्सअप नंबर सड़कों की निगरानी और शिकायतों के लिए जारी किया गया था। इन नंबरों का इस्तेमाल भी उन्हीं कामों के लिए करना चाहिए।