वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भारत को कर अनुपालन सोयायटी बनाने के लिए कुछ कठोर निर्णय लिये जाने तथा वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत कॅमोडिटी की कर दर में कोई विशेष बढोतरी नहीं होने के संकेत देते हुये कहा कि जीएसटी के तहत सभी कॅमोडिटी एवं वस्तुओं के लिए कर की दर तय करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और निर्धारित की जाने वाली दरों से किसी को हैरानी नहीं होगी।
श्री जेटली ने नई दिल्ली में कहा कि भारत को कर नियमों का पालन करने वाल समाज बनाने के लिए कुछ कड़े निर्णय लेने की भी आवश्यकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि जीएसटी की दर वर्तमान कर की दरों से अलग नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि लाभार्जन शब्द बुरा नहीं है, लेकिन कंपनियों को जीएसटी के तहत कर दरों में आने वाली कमी का लाभ उपभोक्ताओं को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीएसटी के लिए नियम तथा दिशा-निर्देश बनाये जा चुके हैं। अब कर की दरें तय करने का काम अंतिम चरण में है। दर निर्धारित करने के फार्मूले पर भी चर्चा हो चुकी है तथा जीएसटी दरों से किसी को हैरानी नहीं होगी। इन दरों में वर्तमान दरों से बहुत अंतर नहीं होगा।