केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण व उपभोक्ता मामले के मंत्री और लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान ने जीएसटी को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा है . उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीटर पर लिखा कि राष्ट्र हित के लिए उठाए जा रहे इस बड़े कदम (जीएसटी) का जो भी दल या संगठन विरोध कर रहे हैं, उन्हें राष्ट्र हित का कोई ध्यान नहीं है.
नौकरशाही डेस्क
उन्होंने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को कोट करते हुए लिखा – ‘राष्ट्रपति जी, जो देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर हैं, उन्होंने GST को लागू करने के लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को बधाई दी है.’ आगे लिखा – ‘राष्ट्रपति जी ने कहा है कि अर्थव्यवस्था में एकल टैक्स प्रणाली लाने से आम उपभोक्ता पर पड़ने वाला बोझ कम होगा और पारदर्शिता आएगी.’ पासवान ने राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए लिखा – ‘राष्ट्रपति जी का यह कहना साबित करता है कि GST का यह ऐतिहासिक कदम राजनीति से ऊपर है। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं.’
गौरतलब है कि देश के सबसे बड़े कर सुधार यानी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की लॉन्चिंग के मौके पर कांग्रेस समेत ज़्यादातर विपक्षी पार्टियां मौजूद नहीं रहेंगी. कांग्रेस ने कहा है कि 30 जून की आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में जीएसटी यानी वस्तु एवं सेवा कर पर बुलाए गए विशेष सत्र में हिस्सा नहीं लेगी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद ने आधी रात को होने वाले इस कार्यक्रम को संसद की गरिमा के ख़िलाफ़ बताया है.
वहीं, राम विलास पासवान ने बिहार में हो रहे दलितों पर अत्याचार को राज्य की बिगड़ती हुई व्यवस्था को द्योतक बताया और अपने बिना महागठबंधन सरकार पर महादलित के नाम पर समाज को बांटने का भी आरोप लगाया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा – ‘जिस प्रकार से बिहार के रोहतास जिले में दो महादलित युवकों की निर्मम हत्या की गई है, वह बिहार में बिगड़ती हुई व्यवस्था का घोतक है.’ एक अन्य ट्वीट में लिखा – ‘बिहार में वही सरकार है जिसने महादलित के नाम पर समाज को बांटने का काम किया और उनके बल पर आज सत्ता में हैं.’