नवगठित वस्तु एवं सेवा कर परिषद के एक अधीक्षक को केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया है। ब्यूरो सूत्रों ने बताया कि अधीक्षक मनीष मल्होत्रा और कथित दलाल मानस पात्रा को गिरफ्तार किया गया। जीएसटी परिषद के किसी कर्मचारी को ब्यूरो द्वारा गिफ्तार किये जाने का यह संभवत: पहला मामला है।
मल्होत्रा पहले केन्द्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में तैनात थे। सूत्रों के अनुसार, वह निजी कंपनियों को बेवजह फायदा पहुंचाने और उन पर कार्रवाई करने की एवज में कथित रूप से रिश्वत लेते थे। ब्यूरो की जानकारी में आया कि पात्रा कथित रूप से मल्होत्रा की मार्फत संपर्क कर गैरकानूनी तरीके से हर माह अथवा तिमाही आधार पर रिश्वत एकत्र करता था। रिश्वत में लिया गया धन पात्रा पहले अपने खातों में जमा करता था और बाद में मल्होत्रा की पत्नी शोभना के एचडीएफसी बैंक और बेटी आयुषी के आईसीआईसीआई बैंक खातों में ट्रांसफर करता था। सूचना प्राप्त होने पर सीबीआई ने कल शाम मल्होत्रा के घर पर छापा मारा। उस समय पात्रा रिश्वत के पैसे और कागजात देने आया था, ब्यूरो ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।