वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वस्तु एवं सेवाकर को अप्रत्यक्ष कर की दिशा में सबसे बड़ा सुधार बताते हुए आज कहा कि इसको एक जुलाई से लागू करने की कोशिश की जा रही है। श्री जेटली ने नई दिल्ली में ऑडिटरों के एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कहा कि जीएसटी से अप्रत्यक्ष कर तंत्र बदल जायेगा। अबतक यह बहुत जटिल है और जीएसटी के आने के बाद यह बेहद सरल हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि जीएसटी के लागू होने पर कर चोरी करना असंभव हो जायेगा। वित्त मंत्री ने नोटबंदी का उल्लेख करते हुए कहा कि इससे अनौपचारिक धनराशि औपचारिक अर्थ व्यवस्था की हिस्सा बन गयी। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को छोड़कर सभी देशवासी बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ चुके हैं और नोटबंदी के बाद देश डिजिटल लेनदेन और लेस कैश अर्थ व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है।