केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के लागू हो जाने के बाद बिजली की दरें नहीं बढेंगी । श्री गोयल ने नई दिल्ली में एक टेलीविजन चैनल के जीएसटी पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी काउंसिल ने कोयले को पांच प्रतिशत के कर स्लैब में रखा है। इससे बिजली सस्ती ही होगी ।
झारखंड में बिजली की दरें बढ़ने के पीछे अलग कारण बताते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा क्योंकि राज्य में विद्युत की स्थिति बेहद खराब है। बिजली स्थिति में सुधार लाने के लिये बिजली की दरें बढ़ाने पडेगी। जीएसटी राज्य में बिजली की दरें बढ़ने के कारण नहीं है। उन्होंने कहा जीएसटी के बाद 37 रिटर्न भरने जैसी गलत बातें फैलाई जा रही है । व्यापारी को केवल एक बिक्री रजिस्ट्रर रखना पड़ेगा । अलग-अलग करों के लिये भिन्न- भिन्न रजिस्ट्रर रखने से छुटकारा मिलेगा । जीएसटी लागू होने के बाद राज्यों को नुकसान नहीं होगा क्योंकि जो कर एकत्रित होगा उसमें आधा राज्यों और शेष केन्द्र सरकार को मिलेगा।
उनहोंन कहा कि राज्यों को अधिक फायदा होगा जबकि केन्द्र को तुलनात्मक रूप से कम फायदा होगा। उन्होंने जीएसटी का फायदा यह है कि सभी के लिये एक समान कर होगा । किसी के लिये अधिक और किसी के लिये कम नहीं होगा । विपक्ष में रहते हुए भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के जीएसटी का विरोध करने पर सफाई देते हुए श्री गोयल ने कहा कि हमारा विरोध कुछ मुद्दों पर था। सरकार में आने के बाद उन मुद्दों पर हमने एक भरोसे का माहौल बनाया जिसके बाद उसे संसद में पास कराना संभव हुआ और विपक्ष ने भी इसमें सहयोग दिया ।