पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अपने राजनीतिक रिश्तों को खत्म कर महागठबंधन में शामिल होंने की आज घोषणा की। श्री मांझी ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह अब राजग का हिस्सा नहीं है और इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को सुबह दस बजे करेंगे।
हम अध्यक्ष ने कहा कि राजग से अलग होने के कारणों का खुलासा गुरुवार को सुबह आयोजित पत्रकार सम्मेलन में किया जायेगा। महागठबंधन में शामिल होने को लेकर श्री तेजस्वी यादव के साथ बैठक में चर्चा की गयी है और अब केवल औपचारिक ऐलान करना बाकी है। इस मौके पर मौजूद तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि श्री मांझी ने हमेशा समाज के सबसे पिछड़े वर्ग के हितों की रक्षा के लिए काम किया है। श्री मांझी इस वर्ग को पांच डिसमिल भूमि देने की लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार द्वारा कल पेश किये गये बजट में भी इन मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया।
इस बीच, राज्य के पर्यटन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी नेता प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि राजग एक समुद्र की तरह है और श्री मांझी के इसे छोड़ने के फैसले से गठबंधन पर कोई असर नहीं होगा। बिहार कांग्रेस ने जीतनराम मांझी के राजग छोड़ महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा का स्वागत करते हुये आज कहा कि इससे केवल राज्य की ही नहीं बल्कि देश की राजनीति भी करवट लेगी। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता सदानंद सिंह ने यहां कहा कि श्री मांझी पुराने कांग्रेसी रहे हैं।