मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा है कि एनडीए के पास विकास का कोई एजेंडा तो है नहीं, वह जुमले बांटने में लगा हुआ है। बेतिया में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जैसे पहले और दूसरे चरण में आप लोगों ने विवेक से काम लिया और भाजपा के झांसे में नहीं आए, वैसे ही आगे भी न आयें।
सीएम ने लोगों को याद दिलाया कि भाजपा द्वारा लोक सभा चुनाव से पहले किये गए वादों में से एक भी आज तक पूरा नहीं हुआ है। न तो काला धन वापिस आया, न ही जनता को 15 लाख रुपये मिले। किसानों को जो एमएसपी का वादा किया था, उसकी कहीं चर्चा भी नहीं हो रही। आटे-दाल के भाव आसमान छू रहे हैं सो अलग। साथ ही यह भी कहा कि गुजरात में पंचायत चुनाव नहीं हो पाया है और बोलते हैं कि बिहार में जंगल राज है। श्री कुमार ने कहा कि बिहार में क़ानून का राज था और रहेगा। भाजपा वालों को तो उनके वरिष्ठ नेताओं की कद्र भी नहीं है, आडवानी जी और मुरली मनोहर जोशी जी को उन्होंने कोल्ड स्टोरेज में डाल दिया है।
सीएम नीतीश कुमार ने फिर पिछले दस वर्षों में उनकी सरकार द्वारा किये गए कार्य और उस से राज्य में हुए विकास का ज़िक्र किया। विकास की गारंटी – ‘नीतीश निश्चय’ के सातों सूत्रों को भी लोगों के समक्ष रख व्याख्या की कि कैसे ये बिहार को विकास की नयी ऊचाइयों तक ले जाने के लिए अति आवश्यक हैं। युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से निर्मित निश्चयों को जनता की बहुत वाह-वाही मिली। मुख्यमंत्री की इस घोषणा का लोगों ने तालियों के साथ समर्थन किया।
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