मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज एम्स पटना में जापानी इंसेफ्लाइटिस एवं एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम जैसी बीमारियों की पहचान, लक्षण, कारण, उपचार एवं रोकथाम के लिये किये जा रहे शोध कार्यों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से की तथा इस मर्ज के कारणों एवं लक्षणों की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के साथ वार्ता करते हुये कहा कि अनेक वर्षों से एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिन्ड्रोम के बीमारी के लक्षणों के तरह की बीमारी मुजफ्फरपुर, गया एवं राज्य के अन्य जगहों में गर्मी के मौसम में हो रही है, जिसको लेकर सरकार काफी परेशान एवं चिन्तित रहती है। बीमारी होती कैसे है, बीमारी है क्या, इस पर अनेक प्रकार की राय है। इस मर्ज की रोकथाम के लिये काफी प्रयास हो रहे हैं। जापानी इंसेफ्लाइटिस के केस तुलनात्मक रूप से कम हो रहे हैं। जनता दल परिवार के विलय से जुड़े पत्रकारों के एक प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि जदयू विधायक दल ने विलय के प्रस्ताव पर प्रसन्नता व्यक्त की है तथा अपनी सहमति जतायी है। पार्टी की तरफ से निर्णय लेने के लिये जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव एवं मुझे विधायक दल ने अधिकृत किया है। विलय की तिथि से जुड़े प्रश्न के उतर में मुख्यमंत्री ने कहा कि विलय की तिथि की घोषणा मुलायम सिंह यादव द्वारा की जायेगी।
इस अवसर पर निदेशक एम्स जीके सिंह, प्रधान सचिव आपदा ब्यासजी, प्रधान सचिव खान एवं भूतत्व शिशिर सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव धर्मेन्द्र सिंह गंगवार, प्रधान सचिव स्वास्थ्य ब्रजेश मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार, सचिव स्वास्थ्य आनंद किशोर, आयुक्त मगध प्रमण्डल आरके खंडेलवाल, आयुक्त तिरहुत प्रमण्डल मुजफ्फरपुर आलोक कुमार, जिलाधिकारी पटना अभय कुमार सिंह, जिलाधिकारी गया संजय कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर अनुपम कुमार, यूनिसेफ के राज्य प्रतिनिधि यामिन मजूमदार सहित मुजफ्फरपुर, गया एवं पटना मेडिकल कॉलेज के वरीय चिकित्सकों ने भाग लिया।