जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष की गिरफ्तारी के खिलाफ देश की चालीस युनिवर्सिटियों के छात्र और शिक्षक संघ कूद पड़े हैं.
पुणे के फिल्म ऐंड टेलिविजन इंस्टिच्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) के छात्रों ने भी जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कथित देशद्रोह के आरोप के खिलाफ आवाज उठाई है.
आईबीएन7 के अनुसारर फेडेरेशन सेंट्रल युनिवर्सिटी टीचर्स एसोसियेशन अध्यक्ष नंदिता नारायण ने कहा है कि चालीस सेंट्रल युनिवर्सिटी, जिनमें हैदराबाद सेंट्रल युनिवर्सिटी भी शामिल है , जेएनयू छात्रों के समर्थन में आ गये हैं.
नंदिता ने कहा के जेएनयू में जो भी हुआ वह बुरा भले ही रहा हो पर वह देशद्रोह का मामला कत्तई नहीं था.
अम्बेडकर युनिवर्सिटी के एक फैकल्टी ने कहा कि आज जेएनयू की बारी है कल किसी और विश्वविद्यालय को निशाना बनाया जायेगा उन्होंने कहा कि किसी भी विरोध की आवाज को राष्ट्रविरोधी कहा जाने लगा है.
गौरतलब है कि जेएनयू में 9 फरवरी को आतंकी अफजल गुरू की बरसी के अवसर पर कुछ लोगों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये. हालांकि इस मामले में बाद में एक वीडियो आया जिसमें आरएसएस के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों को पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते देखा जा रहा है. हालांकि इस मामले की जांच हो रही है. लेकिन इस बीच पुलिस ने जेएनयू के छात्र संघ अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया. उसके बाद देश भर में इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है.