बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार को लेकर पार्टी में शीर्ष स्तर पर मचे घमासान के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं मार्गदर्शक मंडल के सदस्य मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की।
श्री जोशी और श्री सिन्हा उन चार नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने बिहार की हार की जिम्मेदारी तय करने की मांग की है। श्री सिन्हा ने श्री जोशी से उनके आवास पर भेंट की। दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत का ब्यौरा नहीं मिल पाया है, लेकिन समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने बिहार चुनाव में भाजपा की हार के कारणों को लेकर चर्चा की। राजनीतिक क्षेत्रों में इस मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, श्री जोशी तथा कई अन्य नेताओं ने संयुक्त रूप से हार की जिम्मेदारी तय करने के लिये आवाज उठायी थी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल श्री जोशी से उनके आवास पर मुलाकात की थी । समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने बिहार मुद्दे पर बातचीत की ।
इसबीच भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि बिहार में महागठबंधन की रणनीति पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन की तुलना में बेहतर थी जिसके कारण विधान सभा चुनाव में उन्हें सफलता मिली । उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत का आरक्षण की समीक्षा करने संबंधी बयान गलत समय पर आया । श्री तिवारी ने कहा कि पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और आर के सिंह के चुनाव के दौरान दिये गये बयान से भी नुकसान हुआ ।