जाने-माने अधिवक्ता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी ने पीएम नरेन्द्र मोदी को देश की जनता को धोखे में रखने वाला प्रधानमंत्री करार दिया है। श्री जेठमलानी ने पटना में आयोजित कार्यक्रम में कहा श्री मोदी ने 13 लाख सैनिकों के सामने वादा किया था कि उनके वन रैंक वन पेंशन के मामले में केंद्र सरकार हर प्रकार की मदद करेगी लेकिन,सत्ता मिलते ही श्री मोदी अपने वादे को भूल गए।
उन्होंने कहा कि दो वर्ष के अंदर सैनिकों के पेंशन के मामले का निराकरण कराने का वह प्रयास करेंगे । इस दौरान एक पूर्व सैनिक ने फौजियों के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया और हंगामा किया। बाद में पूर्व सैनिक कामेश्वर पांडेय ने इस घटना को विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह की साजिश करार दिया। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने बिहार के लोगों से जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एकबार फिर से मौका देने का अपील की ।
आरक्षण के मुद्दे पर पूछे गये सवालों के जवाब में पूर्व केन्द्रीय कानून मंत्री ने कहा कि आरक्षण इस देश के पिछड़ों अतिपिछड़ों के साथ ही गरीब तबकों के लिए आवश्यक है। सवर्ण समाज को दलितों-पिछडों के लिए तब तक त्याग करना होगा, जब तक उनका उचित विकास नहीं हो जाता है। इससे पूर्व राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने श्री जेठमलानी से मुलाकात की। इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक हलके में तरह-तरह की चर्चा हो रही है । श्री जेठमलानी ने हालांकि कहा कि श्री यादव के साथ इस मुलाकात का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाए ।