कर्नाटक में बड़ी तेजी से बदलेते राजनीतिक माहौल के बीच भाजपा का धक्का लगता जा रहा है. कांग्रेस से मिले समर्थन के बाद जेडीएस नेता कुमार स्वामी ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखी है कि हमे सरकार बनाने का मौका दें.
इससे पहले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी जेडीएस नेता देवगौड़ा और कुमार स्वामी से बात की है औप कुमारस्वामी को सीएम बनाने के लिए बाहर से समर्थन देने का ऐलान किया है.
कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनके उभरने के बावजूद भाजपा को बहुमत नहीं मिला है. इसबीच तेजी से बदले राजनीतिक माहौल ने कांग्रेस ने गोवा से सबक लेते हुए जेडीएस को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. इसके बाद जेडीएस के नेता कुमार स्वामी ने सरकार बनाने की पहल की है. उन्होंने कहा कि वह 18 मई को सरकार का गठन करेंगे.
उधर भाजपा ने बड़ी पार्टी बनने के बावजूद बहुमत नहीं मिलने और कांग्रेस की चाल पर बौखला गयी है. अमित शाह ने दो सदस्यीय टीम बंगलौर भेजी है.
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जेडीएस से मिल कर हमारे पास 117 सीटें हैं और भाजपा के पास 104 . हमारे पास बहुमत से 6 सीटें ज्यादा हैं. इसलिए हम सरकार बनाने को तैयार है.
गौरतलब है कि चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक 72 सीटों पर बढ़त बनना वाली कांग्रेस का राज्य में वोट शेयर 37.9% है, वहीं बीजेपी 107 सीटों पर आगे तो है लेकिन वोट शेयर के मामले में 36.4% पर सिमट गई है. ये आंकड़े बीजेपी की कर्नाटक में बड़ी जीत को फीका करने के लिए पर्याप्त हैं. जेडीएस का राज्य में वोट शेयर 18.1% है वहीं इसके खाते में 41 सीटें जा रही है.