जेपी विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति द्विजेंद्र गुप्ता का इलाहाबादी मोह मुसीबत बन गया है. वह इलाहाबाद के हैं और वहीं के फर्म से कॉपी खरीद की धोखाधड़ी मामले में उन पर एफआईआर हुआ है.
उनके खिलाफ निगरानी विभाग ने उत्तरपुस्तिका खरीद में गड़बड़ी के आरोप में केस दर्ज किया है। उनके अलाव छह अन्य पर भी एफआईआईर किया गया है. कुलपति के आदेश पर 1 करोड़ 44 लाख रुपए की कॉपी खरीद का है। बताया जाता है कि कुलपति अपने संबंधियों के नाम से निबंधित फर्म से मनमाने तरीके से उत्तर पुस्तिका की खरीद की और लाखों रुपये कमीशन लिये. विजिलेंस सूत्रों के अनुसार कुलपति द्विजेन्द्र गुप्ता ने नियमों को ठेंगा बता कर इलाहाबाद के नए फर्म चंद्रकला यूनिवर्सल प्राइवेट लिमिटेड(सीयूपीएल) को उत्तर पुस्तिका आपूर्ति करने का आदेश दिया. माना जा रहा है कि यह फर्म खुद कुलपति के कहने पर बनाया गया ताकि पैसे का वारा न्यारा किया जा सके.
विजिलांस के सूत्रों को पता चला है कि फर्म को दो करोड़ रुपए का भुगतान कर 60-70 लाख रुपए बतौर कमीशन लिये गये.
कुलपति द्विजेन्द्रगुप्ता के अलावा इन छह पर हुई एफआईआर
प्यारे मोहन सहाय-वित्तीय परामर्शी
सोनेलाल सहनी-वित्त पदाधिकारी
प्रो.सरोजकुमार वर्मा-राजनीति शास्त्रके प्रोफेसर क्रय समिति के सदस्य
प्रो.डॉ.अजीतकुमार तिवारी-अर्थशास्त्र केप्रोफेसर क्रय समिति के सदस्य
प्रो.डॉ.अनिता-हिन्दीकीप्रोफेसर क्रय समिति की सदस्य
निदेशकचंद्रकलायूनिवर्सल प्रा.िल.