बिहार के बाहुबली नेता व सिवान में ‘लॉटसाहेब’ के रूप चर्चित आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन अब अपने लोगों के बीच खुली हवा में बनते- बिगड़ते समीकरणों का लेखा जोखा लेते नजर आएंगे. उनके समर्थक न सिर्फ अपनी समस्याओं क निराकरण के लिए उनसे मिलेंगे बल्कि बिहार सरकार की योजनओं को अमलीजामा पहनाने में भी योगदान देते दिखेंगें.
शिवानंद गिरी
और ये सब होगा उनके नेता के जेल से रिहा होने के काऱण . अब शहाबुद्दीन जेल से जल्द रिहा होंगे!
दरअसल आरजेडी के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को पटना हाईकोर्ट से चर्चित तेजाब हत्याकांड के गवाह हत्या मामले में बेल मिल गई है।
सिवान में मोहम्मद शहाबुद्दीन के अधिवक्ता अभय कुमार राजन मीडिया को बताया कि अब पूर्व सांसद के ऊपर किसी तरह का केस नहीं है, जिसमें उन्हें जमानत लेना है लिहाजा वे जल्द ही जेल से बाहर आ जाएंगे।
राजन के अनुसार इस प्रक्रिया में तीन-चार दिन लगेंगे और प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद शहाबुद्दीन जेल से बाहर आ सकते हैं।शहाबुद्दीन एक लंबे समय से जेल में बंद है.
मामला सिवान के व्यवसायी चंदा बाबू के बेटों गिरीश व सतीश की जून 2011में कथित तौर पर तेजाब से नहलाकर हत्या मामले में मृतकों के बड़े भाई राजीव रौशन नाटकीय घटनाक्रम के बाद बतौर गवाह बने थे जिसकी हत्या सिवान में डीएवी मोड़ पर ओवरब्रिज के पास गोली मारकर कर दी गई थी। इस मामले में मृतक राजीव रौशन के पिता चन्द्रकेश्वर प्रसाद के बयान पर पूर्व सांसद मो.शहाबुद्दीन के साथ उनके पुत्र ओसामा के विरुद्ध नगर थाना में प्राथमिकी (कांड संख्या 220/14) दर्ज की गई। इस मामले में जमानत का आवेदन लंबे समय से उच्च न्यायालय में विचाराधीन था। तेजाब कांड में सिवान की विशेष अदालत मो.शहाबुद्दीन को उम्रकैद की सजा दे चुकी है और वे अभी भागलपुर की सेंट्रल जेल में बंद हैं।
मालूम हो कि सिवान में हिन्दुस्तान के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन (पत्रकार) हत्याकांड में मोहम्मद शहाबुद्दीन की संलिप्तता की चर्चा हुई थी और इसको लेकर बिहार की राजनीतिक तापमान गरमा गया था लेकिन पुलिस अनुसंधान के दौरान पूर्व सांसद का नाम पत्रकार राजदेव हत्याकांड में नहीं आ पाया .
गौरतलब है कि मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले शहाबुद्दीन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खास माने जाते हैं .लालू ने जेल में रहते हुए ही उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना सबको चौंका दिया था।
इतना ही नहीं , शहाबुद्दीन जब सिवान जेल में थे तो आरजेडी के एक मंत्री ने उनसे जाकर मुलाकात भी की थी और मुलाकात के दौरान की तस्वीरें मीडिया में आने के बाद बिहार में सियासी जगत में तूफान ला दिया था.