मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना में कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्य सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि बिहार में हमने कानून का राज स्थापित किया है। 2005 में बिहार की जनता ने जब मेरे ऊपर जब विश्वास प्रकट किया था, उसी दिन से हमने बिहार में कानून का राज स्थापित किया है।
उन्होंने कहा कि 2005 के पहले जब हम न्याय यात्रा में थे, तब हमने दो ही बात लोगों के सामने कही थी कि हम न्याय के साथ विकास के मार्ग पर चलेंगे तथा बिहार में कानून का राज स्थापित करेंगे। हमने कानून का राज स्थापित किया। उन्होंने कहा कि इस मामले में मैं न किसी के दवाब में आता हूं और न ही किसी को चिन्ता करने और सोचने की जरूरत है। जब तक हम हैं, बिहार में कानून का राज स्थापित रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे कोई भी मामला हो, आज ही नहीं, मैं हमेशा से ही एक बात कहता हूं कि कानून अपना काम करेगा। न हमारी सरकार किसी को फॅसाती है और न ही किसी को बचाती है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोग जो मन में आता है, कुछ भी बोलते रहते हैं। उनकी बातों पर न तो ध्यान देता हूं और न ही उसकी मैं कोई चिन्ता करता हूं। श्री कुमार ने कहा कि मैं अपने आपको जानता हूं और बिहार के लोगों को जानता हूं, इसी कारण से बिहार के लोगों को हम पर विश्वास एवं भरोसा है। जहां तक काम करने का सवाल है, उसमें कोई भेदभाव नहीं हो सकता। न कोई सामाजिक भेदभाव, न कोई इलाके की तरफ से भेदभाव होता है। जहां तक कानून और व्यवस्था का प्रश्न है, कानून का राज है, इसमें किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है।