झारखंड के गोड्डा जिले में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड(ईसीएल) की एक खदान के धंसने से हुयी दुर्घटना के बाद अब तक नौ शव निकाल लिये गये हैं। साथ ही खदान के अंदर फंसे 10 डंपर और तीन एक्सकवेटर भी निकाल लिया गया है।
ईसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर आर मिश्रा ने बताया कि अब तक नौ शव बरामद कर लिये गये हैं। ईसीएल की राजमहल परियोजना में ललमटिया के डीप माइन्स क्षेत्र भौणाय में कल रात कोयला खदान धंसने से कम से कम 10 लोगों के दबकर मरने की आशंका जताई गई थी। राज्य की मुख्य सचिव राजबाला वर्मा एवं पुलिस महानिदेशक डी के पांडेय रांची से घटनास्थल की ओर रवाना हो गये हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चलाने का आदेश दिया है। श्री दास घटना पर पूरी नजर रखे हुए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में खदान में जान गवांने वाले के प्रति शोकाकुल हूं। मेरी प्रार्थनाएं खदान में फंसे लोगों के साथ हैं। मुख्यमंत्री रघुबर दास से स्थिति पर बातचीत की। राज्य सरकार और मंत्री पियूष गोयल स्थिति को सामान्य बनाने के लिए लगे हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा राहत बल के जवान बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो दो लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। कंपनी ने भी मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है ।इसके अलावा कंपनी पीड़ित परिवारों को सभी सहायता मुहैया कराएगी।