जनता दल (यू0) के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने भाजपा को झूठ, फरेब और अफवाह की कार्य संस्कृति वाली पार्टी बताते हुए सुशील मोदी से पूछा है कि कांग्रेस मुक्त भारत रटने वाली उनकी पार्टी में 150 कांग्रेसियों को टिकट क्यों दिया गया?
उन्होंने कहा कि भाजपा काॅरपोरेट घरानों एवं पुंजीपतियों की चंगुल में फॅंसी राजनैतिक पार्टी है। झूठ, फरेब एवं अफवाहा इनकी कार्य संस्कृति रही है। कथनी और करनी में तो इनका कभी कोई समानता ही नहीं रही है।
इनके नेता सस्ती लोकप्रियता हासिल करने तथा समाचार पत्रों में छपने के लिए किसी भी हद तक झूठ का सहारा लेने वाले लोग हंै। झूठ का पट्टी बांध कर चोट लगने का नाटक रचते है। गुड़ खाये और गुल-गुल्ला से परहेज वाली कहावत भाजपा पर चरितार्थ होती है।
कांग्रेस मुक्त भारत की घोषणा करना और विगत लोकसभा चुनाव 2014 में 140 से अधिक कांग्रेसियों को उम्मीदवार बनाना। भाजपा ने टिकट देकर कांग्रेसियों को लोकसभा पहुॅंचाया जो सफलतम उम्मीदवार में लगभग 50 प्रतिशत है। कांग्रेस बुरी परन्तु उनके कुनबे के लोग अच्छे यह कैसे हो सकता है?
इतने बड़े पैमाने पर दल-बदल कराने के लिए कौन सा अध्यातमिक मंत्र या जादू-टोटा का उपयोग करते है एवं कौन सी दवा यथा एलोपैथिक, होमियोपैथिक, आयुर्वैदिक, यूनानी या बाबा रामदेव की जड़ी-बुटी का उपयोग करते हैं?
क्या यह सच नहीं है कि ‘‘पाखंड कार्यकत्र्ताओं के त्याग-तपस्या का’’ और चुनाव के समय मालदार एवं वैचारिक रूप से कमजोर उम्मीदवार चुनना भाजपा का फरेब है?
चुकि आप के सर्वमान्य नेता माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस मुक्त भारत बनाने की बात करते है, अगर कांगे्रस पार्टी बुरी है तो बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री डाॅ0 श्री कृष्ण सिंह (जो शुद्ध रूप से कांग्रेसी थे) का जयंती के पटना में आयोजित कार्यक्रम में दिनांक 20 अक्टुबर 2014 को आदरणीय सुशील मोदी सहित भाजपा के तमाम वरीय नेता क्यों उपस्थित थे? क्या डाॅ0 श्री कृष्ण सिंह के प्रति अपमान का उद्देश्य था? यह स्पष्ट करें।