बिहार इंटरमीडियेट टॉपर्स फर्जीवाड़ा के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) आज बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद भूमिगत प्रोफेसर लालकेश्वर प्रसाद सिंह एवं उनकी पत्नी और गंगा देवी महिला कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर ऊषा सिन्हा के एक कर्मचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है ।
एसआईटी सूत्रों ने यहां बताया कि श्री सिंह की पत्नी और पटना के गंगा देवी महिला कॉलेज की प्राचार्य श्रीमती सिन्हा के खिलाफ कुछ प्रमाण मिलने के बाद कॉलेज के कर्मचारी देवनारायण को हिरासत में लिया गया है । देवनारायण से पूछताछ की जा रही है । देवनारायण को श्री सिंह और उनकी पत्नी श्रीमती सिन्हा के करतूतों की पूरी जानकारी है । अभी तक की पूछताछ में यह पता चला है कि गंगा देवी महिला कॉलेज में श्रीमती सिन्हा के कहने पर ही इंटरमीडियेट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया था । हालांकि यह कॉलेज इंटरमीडियेट परीक्षा पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिये अधिकृत केन्द्र नहीं था ।
प्रो.सिंह के आठ जून को इस्तीफा देने जाने के बाद से उनकी पत्नी एवं पटना के गंगा देवी महिला महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. उषा सिन्हा भूमिगत हैं । श्रीमती सिन्हा की तलाश में एसआईटी लगी हुई है और जगह-जगह दबिश दी जा रही है।श्रीमती सिन्हा को इस मामले में अप्राथमिक अभियुक्त बनाया गया है । इस्तीफा देने के बाद से प्रो. सिंह अभी तक भूमिगत हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए एसआईटी लगातार छापेमारी कर रही है । प्रो.सिंह की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय में वारंट जारी किये जाने की अर्जी दी गयी है । श्री सिंह के पटना स्थित आवास पर दो बार छापेमारी की गयी थी लेकिन पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा था ।