नरेंद्र मोदी पर टोपी न पहनने को लेकर प्रहार करने वाले नीतीश कुमार ने खुद ही गुरूद्वारा में सर न ढकने के विवाद में पड़ गये हैं.
गुरुवार को नीतीश पटना सिटी स्थित प्रसिद्ध गुरुद्वारा गए वहां उन्हें नए रेस्टन हाउस का उद्घाटन करना था गुरुद्वारा कमेटी के मुताबिक, परिसर में घुसते वक्तन जब नीतीश को सिर ढकने को कहा गया, तो उन्होंकने इससे मना कर दिया.
नीतीश के वहां से चले जाने के बाद गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने विराध जताया और इसे गुरूद्वारे का सम्मान न करना माना है.
मालूम हो कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वार एक समारोह में इस्लामी टोपी न पहनने के विवाद पर नीतीश ने कहा था कि मिली-जुली संस्कृति वाले समाज में कभी टोपी भी पहननी पड़ती है और कभी तिलक भी लगाना पड़ता है, पर नतीश ने गुरूद्वारे में जा कर भी सर पर रुमाल नहीं बांध कर एक विवाद मोल ले लिया है.
गुरूद्वारा प्रबंधन ने इस पर कहा कि सीएम ने सिख समुदाय के प्रति असम्मारन दिखाया है, जो गलत है.
गुरुद्वारा कमेटी के महासचिव सरदार चरणजीत सिंह ने कहा, ‘जब कोई गुरुद्वारे में आता है, तो वह अपना सिर ढकता है. नीतीश को भी ऐसा करना चाहिए था, लेकिन उन्होंवने नहीं किया. यह गुरूद्वारा के नियमों का उल्लंघन है.
नीतीश कुमार के इस कदम से उनके विरोधियों को एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. हालांकि नीतीश ने सर पर रुमाल नहीं बांधने का कारण बताते हुए गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लोगों से कहा कि उनकी तबियत ठीक नहीं है. हालांकि उनका यह तर्क ऐसा नहीं है जिसे उनके विरोधी आसानी से स्वीकार कर लें.