अरविंद केजरीवाल द्वारा मीडिया पर बहस छेड़ने से बवाल मच गया है. उन्होंने मीडिया के आर्थिक भ्रष्टाचार पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि इस बात पर चर्चा हो कि न्यूज चैनलों में किस-किस का पैसा लगा है.
केजरीवाल ने ट्विट कर लिखा कि समय आ गया जब मीडिया के भ्रष्टाचार पर खुल के चर्चा हो, नाम ले ले कर चर्चा हो, किसके पास कितनी सम्पत्ति है, किसका पैसा किस चैनल में लगा है.
केजरीवाल ने अपने ट्विट में लिखा है कि जैसे भाजपा कोंग्रेस अकाली दल वाले एक दूसरे को बचाते हैं, वैसे मीडिया वाले भी एक दूसरे की दलाली को क्यों बचाते हैं? क्या फ़र्क़ रह गया?
इस बहस को आगे बढ़ाते हुए आप नेता और पूर्व पत्रकार आशुतोष ने कहा कि अब मीडिया के दलालों पर बहस हो रही है तो मीडिया के कुछ लोगों को तकलीफ होने लगी है.ज बकि दिलीप पांडेय ने तंज करते हुए कहा कि मीडिया के दलालों के लिये दलाल शब्द लिखने के बजाये इसके लिए कोई और शब्द खोजा जाना चाहिए.
उधर इस बहस में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मीडिया के भ्रष्टाचार और दलाली की बहस में कूदते हुए ट्विट किया कि अगर भंसाली( फिल्म निर्मता की जिनकी जयपुर में पिटाई हुई) की घटना बिहार में हुई होती तो एलिट मीडिया इस पर जोरदार बहस चलाता और जंगल राज से बिहार को जोड़ा जाता.