एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर सोमवार को दलित और आदिवासी संगठनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया, जिसके समर्थन करते हुए राजद नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी सड़कों पर उतरे. इस दौरान उन्होंने डबल इंजन वाली सरकार को संविधान व दलित विरोधी बताया.
नौकरशाही डेस्क
तेजस्वी ने बंद को सफल बातते हुए कहा कि भाजपा की सरकार दलित विरोधी, संविधान विरोधी, पिछड़े विरोधी और आरक्षण विरोधी हैं. एससी/एसटी एक्ट को लेकर बहुजन समाज देश भर में सड़कों पर उतर कर भारत बंद किया है. केंद्र सरकार नहीं चाहती है कि एससी/एसटी, दलितों को और ट्रायबल भाई को सुरक्षा मिले, जिससे उनको निशाना बनाया जा रहा है. तेजस्वी ने भी इस मामले में अध्यादेश लाने की मांग की.
तेजस्वी ने लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान पर निशाना साधा और कहा कि जब बहुजन चिलचिलाती धूप में भारत बंद कर रहे थे, तब दलितों के स्वयंभू नेता राम विलास पासवान आरक्षित सीट से जीतकर दिल्ली जाने वाले सभी पारिवारिक सदस्यों के साथ AC में आराम फरमा रहे थे. वैसे भी इनका अभिनेता बेटा तो दलितों का आरक्षण ही समाप्त करने की पैरवी करता है और ख़ुद आरक्षित सीट से चुनाव जीता है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कुछ मामलों में एससी/एसटी एक्ट के इस्तेमाल पर चिंता जताते हुए इसके तहत दर्ज मामलों में तत्काल गिरफ्तारी नहीं किये जाने का आदेश दिया था. बिहार में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के भी कई नेताओं ने नैतिक समर्थन दिया है. वहीं, सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा है कि विपक्ष के पास मुद्दों की कमी होने के कारण बेमतलब प्रदर्शन किया जा रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा याचिका दाखिल करने की बात कह चुकी है.