बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे को सरकारी कार्यक्रम को पार्टी के कार्यक्रम में तब्दील करना महंगा पड़ा। नौबत यहां तक आ गयी कि कैमूर के जिला अधिकारी ने अपने अन्य मातहतों के साथ कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया। इसके खिलाफ सांसद ने डीएम पर कार्रवाई करने की बात कही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने भभुआ जिले के आदर्श ग्राम के रूप में चयनित बड़ौरा गांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था और इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक बुलायी थी। लेकिन सांसद ने इस सरकारी कार्यक्रम को पार्टी के कार्यक्रम के रूप में तब्दील कर दिया था। पार्टी के कार्यकर्ता मोटर साइकिल पर झंडा लगाकर रैली निकाल रहे थे। बैठक में शामिल होने जा रहे डीएम प्रभाकर झा इस रैली को देख कर नाराज हो गए। उन्होंने कार्यक्रम को राजनीतिक करार देते हुए कार्यक्रम पर मौजूद सभी अधिकारियों के साथ वापस लौट गए।
डीएम के इस रैवये से नाराज सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने इसे अपना अपमान बताया और कहा कि इस मामले को हम पीएम के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि डीएम ने कार्यक्रम को फ्लॉप करने और सांसद की छवि खराब करने वाली कार्रवाई की है। यह जनता और जनप्रतिनिधि का अपमान है। हालांकि पटना के राजनीतिक गलियारे में यह भी माना जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के कारण यह नौबत आ गयी है कि डीएम सांसद को उनकी औकात बता रहे हैं। इस मामले को भाजपा ने भी गंभीरता से लिया है और डीएम के खिलाफ अनुशासनात्क कार्रवाई करवाने की धमकी दी है।