पटना सदर डीएसपी पीके मंडल ने नौकरशाही डॉट कॉम से कहा है कि ‘राष्ट्रपति के यहां रेड’ करने वाली बात उन्होंने नहीं कही. उन्होंने चुनौती दी है कि फोन की आवाज की जांच करा लीजिए. उन्होंने कहा कि 2-3 नवंबर को वह छुट्टी पर थे और उस समय रमण चौधरी चार्ज में थे. उन्होंने यह भी कहा कि बिना उनके कंफर्मेशन के उनका नाम कैसे घसीटा जा सकता है.
गौरतलब है कि नौकरशाही डॉट कॉम समेत कुछ मीडिया ने यह खबर चलाई थी कि साकेत नामक युवक को पटना सदर के डीएसपी कथित तौर पर कह रहे हैं कि ‘राष्ट्रपति के यहां भी रेड कर सकते हैं। हमारे पावर की बात है। किसी के घर पर रेड करने के लिए वारंट की जरूरत नहीं होती है’।
याद रहे कि साकेत नामक एक बील्डर ने सोशल मीडिया पर एक फोन टेप अपलोड किया था और साकेत का दावा है कि वह डीएसपी थे. साकेत ने लिखा था कि उसके घर पर पुलिस ने रेड किया था उसके बाद उन्होंने इस सिलसिले में डीएसपी से बात की.
डीएसपी पीके मंडल ने कहा कि , हालांकि पुलिस को अधिकार है कि वह किसी के यहां भी रेड करे लेकिन कहने का वह तरीका सही नहीं था. उन्होंने कहा कि अगर आप चाहें तो पुलिस मैनुअल देख सकते हैं. इस सिलसिले में पीके मंडल के बदले में चार्ज पर रहे अधिकारी रमण चौधरी से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है.
पढ़ें क्या थी खबर-
डीएसपी पीके मंडल ने कहा हमने नहीं कहा कि राष्ट्रपति के यहां भी पुलिस कर सकती है रेड