बिहार में निगरानी विभाग की सक्रीयता जारी है. और उसकी इस सक्रियता के शिकार हुए हैं बगहा ब्लॉक के राजस्व कर्मचारी. पढ़िये कि कैसे निगरानी ने साह को 30 हजार रिश्वत लेते दबोच लिया?
रिश्वतखोरों के खिलाफ निगरानी विभाग के अफसरान ने राजस्व कर्मचारी रामेश्वर साह को गुरुवार की सुबह रास नहीं आयी. साह ने जैसे ही सुरेश प्रसाद से 30 हजार रुपये रिश्वत ली, डीएसपी मोहम्मद जमीर की टीम ने उन्हें दबोच लिया.
मामला
सुरेश प्रसाद पिछले दो महीने से अपनी जमीन की रजिस्ट्री के बाद रामेश्वर साह से गुहार लगाते रहे कि उनकी जमीन का दाखिल-खारिज कर दिया जाये. लेकिन साह उनसे 35 हजार रुपये की मांग करते रहे. इसके बिना उनका दाखिल-खारिज रुका रहा. तंग आकर साह ने निगरानी विभाग को फोन घुमाया.
मामले के सत्यापन के बाद निगरानी विभाग ने डीएसपी मोहम्मद जमीर के नेतृत्व में टीम बनायी. गुरुवार सुबह यह टीम बगहा पहुंची. फिर इसने सुरेश से कहा कि वह रिश्वत की रकम साह को दें और तय जगह और समय की जानकारी टीम को दे दें. सुरेश 35 हाजर के बजाये 30 हजार रुपये लेकर साह को देने पहुंचे.
जैसे ही साह ने रुपये लिये निगरानी की टीम ने उन्हें दबोच लिया. निगरानी के टीम साह को गिरफ्तार करने के बाद काफी देर तक पूछताछ करती रही. अब उन्हें जेल भेज दिया गया है.
इससे पहले 27 अगस्त को मो0 सागीर अहमद, राजस्व कर्मचारी, हल्का नंबर-३, धैलाड अंचल, जिला- मधेपुरा को दाखिल ख़ारिज हेतु 8 हजार रु० रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है. इसी तरह 27 अगस्त को ही रामदुलार पासवान, मुंसरीम (बड़ाबाबू) बंदोबस्त कार्यालय, बलदेव भवन, पुनाईचक, पटना को खतियान एवं मैप का नकल हेतु 2 हजार रु० रिश्वत की राशि के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है.