रैल बजट में इस बार सबसे चौंकाने वाली बात यह कि अब रेल किराया डीजल के बदलते दाम के साथ बदलते रहेंगे. रेल मंत्री ने बजट भाषण में इस बात की घोषणा की है.
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने ऐलान किया है कि तेल की कीमतों के मुताबिक रेल किराया तय होगा। इस फैसले का अंजाम यह होगा कि जैसे ही पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ेंगीं, उसी हिसाब से किराया भी बढ़ेगा. हालांकि इस बार बजट भाशण के बजाये पहले ही सरकार ने रेल किराया में 14 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि कर दी है.
ध्यान देने की बात है कि डीजल के दाम पर से कंट्रोल खत्म करने के यूपीए सरकार के फैसले को जारी रख कर मोदी सरकार ने भी समय-समय पर रेल किराया बढ़ते रहने का विकल्प खुला रखा है. इस नीति के तहत डीजल के दाम उस वक्त तक हर महीने 50 पैसे बढ़ते रहेंगे, जबतक इंटरनैशनल लेवल पर डीजल की कीमतों और देश में डीजल की कीमत बराबर नहीं हो जाती.