बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस के मुखिया (डीजीपी) के एस द्विवेदी के बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। डीजीपी के बयान को आधार बनाकर राजद नेता सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और कांग्रेस ने भी नीतीश सरकार पर सवाल खड़े कर दिये हैं। वहीं, इस मामले में नीतीश सरकार के मंत्री डीजीपी का बचाव करते नजर आये।
नौकरशाही डेस्क
यादव डीजीपी के एस द्विवेदी के बयान को आधार बनाकर कहा है कि बिहार के सभी थानों को नीलाम कर दिया गया है, जो डीजीपी द्वारा पुलिस की कार्यशैली पर उठाए गए गंभीर सवाल से मालूम पड़ता है। तेजस्वी ने ट्विट कर लिखा –‘ DGP ने मेरे दावे पर मुहर लगाई है’।
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Bihar DGP questioned the functioning & working style of his own Police. He stamped my claim that Police Stations are auctioned to highest bidders in nexus with Smugglers and Criminals directly by CM cum Home Minister Nitish Kumar. Strange! Isn’t it?https://t.co/L54KF33Yc3
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) December 28, 2018
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तेजस्वी ने कहा कि ‘बिहार के सभी थानों को शराब तस्करों और अपराधियों के गठजोड़ ने नीलाम किया कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अपराधियों के साथ भागीदार है।
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उधर, कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि अगर अपराध को लेकर वह बेबस दिख रहे हैं, तो पद पर क्यों बैठे हैं? अधिकारी उनकी बात नहीं सुन रहे हैं। मिश्रा ने कहा कि ऐसे बेबस डीजीपी को इस्तीफा देना चाहिए।
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इस मामले में नीतीश सरकार के मंत्री जयकुमार ने कहा कि छिटपुट घटनाएं बढी हैं। कानून पर विश्वास बढ़ा है। हम सख्त कार्रवाई की बात करते हैं। सीएम ने गंभीरता से बयान दिया था। उन्होंने कहा कि डीजीपी को काम करने की स्वतंत्रता है। डीजीपी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं।