डीजीपी अभयानंद के हटते ही उनके आदेशों की अवहेलना शुरू हो गयी है। उनके कार्यकाल में चार आइपीएस अधिकारियों के स्थानांतरण की अधिसूचना को रद्द कर दिया गया है.
वीरेंद्र यादव, बिहार ब्यूरो प्रमुख
सोमवार को जारी हुई स्थानांतरण की नयी अधिसूचना में अभ्यानंद के कार्यकाल के आदेश रद्द कर दिये गये हैं।
पिछली अधिसूचना में उपेंद्र प्रसाद सिन्हा, निशांत कुमार तिवारी, पी कन्नन और जयंत कांत के स्थानांतरण आदेश को रद्द कर दिया गया है। उपेंद्र कुमार सिन्हा को एसपी रेल पटना से स्थानांतरित कर एसपी मधेपुरा बनाया गया था। निशांत कुमार तिवारी को एसएसपी गया से एसपी समस्तीपुर बनाया गया था। पी कन्नन को एआईजी (क्यू) को एसएसपी गया बनाया गया था, जबकि एसपी बक्सर को एसपी जमुई बनाया गया था।
अब उपेंद्र कुमार सिन्हा रेल एसपी पटना, निशांत कुमार तिवारी एसएसपी गया, पी कन्नन एआईजी क्यू और जयंत कांत एसपी बक्सर बने रहेंगे।
ध्यान देने की बात है कि अभ्यानंद को डीजीपी पद से टाया जाना राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में बड़ी चर्चा का मुद्दा बन गया था. अभ्यानंद का कार्यकाल अभी और छह महीने का था. पर अचानक उन्हें हटाने का फैसला खुद अभ्यानंद को समझ में नहीं आया. कुछ टीकाकारों का कहना है कि राजनीतिक नेतृत्व के एक फैसले पर अड़ना अभ्यानंद को भारी पड़ गया. जबकि कुछ अन्य सूत्रों का कहना है कि अभ्यानंद को लालू प्रसाद के दबाव के कारण हटाया गया.