सिविल सेवा परीक्षा में अंग्रेजी को लेकर छिड़े विवादों के बीच खबर उड़ रही है कि डीपी अग्रवाल के बाद रजनी राजदान यूपीएससी की चेयरपर्सन का पद संभाल सकती हैं.
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रजनी राजदान फिलाह यूपीएससी यानी संघ लोकसेवा आयोग की सदस्य हैं. इस महीने के अंत तक डीपी अग्रवाल रिटायर करने वाले हैं.
रजनी राजदान 2010 में लोकसेवा आयोग का मेम्बर बनी थीं. वह हरियाण कैडर की 1973 बैच की अधिकारी हैं. उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है.1973 से 1976 तक वह हरियाणा में अनुमंडल पदाधिकारी और एडिशनल कोलेक्टर के बतौर करने वाली राजदान केंद्री प्रतिनियुक्ति पर 1991 में आयीं.
पिछले कुछ दिनों से सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में अंग्रेजी को ज्यादा तरजीह देने के खिलाफ आंदोलन चल रहा है. इस बीच केंद्र सरकार ने प्रारंभिक परीक्षा में अंग्रेजी के अंक को योग्यताक्रम में शामिल न करने का फैसला लिया है. हालांकि यूपीएससी के मौजूदा अध्यक्ष डीपी अग्रवाल इसके खिलाफ माने जाते रहे हैं.