छात्र राष्ट्रीय जनता दल नये जोश व उत्साह में है. दो दशक में पहली बार वह बिहार की सीमाओं से परे अपने विस्तार की तैयारी में है. सबसे पहले दिल्ली में विस्तार की तैयारी है. रविवार को छात्र राजद के प्रतिनिधि सम्मेलन में यह बात तय हुई.
सम्मेलन पटना के 3 देश रत्न मार्ग पर आयोजित हुआ. 30 से ज्यादा जिलों के हजार के करीब प्रतिनिधियों ने इसमें हिस्सा लिया. सम्मेलन की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री व छात्र राजद के संरक्षक तेज प्रताप यादव ने की.
कुछ दिन पहले छात्र राजद के प्रांतीय अध्यक्ष आकाश यादव को मनोनित किया गया था. फिर संगठन की तमाम कमेटियां भंग कर दी गयी थीं. सम्मेलन को संबोधित करते हुए आकाश यादव ने कहा कि अगले कुछ दिनों में नयी स्टेट कमेटी का गठन कर दिया जायेगा.
आकाश यादव बोले
आकाश ने कहा कि बिहार से बाहर के भी छात्रों की मांग है कि संगठन का राष्ट्रीय स्वरूप बने. उन्होंने तेज प्रताप से आग्रह किया कि वे राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालें और संगठन का विस्तार करें. आकाश ने कहा कि छात्र राजद के नये जिलाध्यक्षों, पखंड अध्यक्षों के साथ पंचायतों तक विस्तार देना है. आकाश ने कहा कि उनकी कोशिश है कि जिलाध्यक्षों की हैसियत एक विधायक या सांसद की जैसी हो. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि तमाम कार्यकर्ता मेहनत और समर्पण से काम करें. उन्होंने कहा कि जब कमेटी भंग की गयी थी तो कुछ लोगों ने विरोध किया था. उनका विरोध उचित नहीं है. उन्हें भी साथ आ कर काम करना चाहिए.
पढ़ें छात्र राजद सम्मेलन में क्या कहा तेजस्वी ने
सम्मेलन के दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी पहुंचे. उन्होंने भी प्रतिनिधियों को संबोधित किया. तेजस्वी ने कहा कि राजद बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है. हमें छात्र राजद को पंचायतों तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश हो कि विश्वविद्यालयों मे अगर कोई छात्र संगठन दिखे तो वह छात्र राजद हो. उन्होंने कहा कि छात्र राजद के नेताओं को, समान विचार वाले अन्य छात्र संगठनों से भी ताल-मेल बिठाना चाहिये.
तेजस्वी ने कहा कि जो छात्र नेता संगठन की जिम्मेदारी संभालें, उन्हें एक साल का टारगेट दिया जाये ताकि वे अपनी जिम्मेदारी को समय सीमा में पूरी करके दिखायें.
सम्मेलन को तेज प्रताप ने संबोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के विरुद्ध धरना में छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले कर साबित किया कि वे काफी सक्रिय हैं.
डीएसएस के अध्यक्ष भी बोले
इससे पहले सम्मेलन में अनेक जिलों के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे. इस अवसर पर धर्म निरपेक्ष सेवक संघ( डीएसएस) के अध्यक्ष रामजी योगेश ने भी अपने विचार रखे. योगेश ने कहा कि डीएसएस का गठन आरएसएस के मानवता विरोधी अभियान की काट के रूप में किया गया है. उन्होंने कहा कि आरएसएस अन्य धर्मों के खिलाफ नफरत फैलाता है जबकि डीएसएस सभी धर्मों के प्रति भाईचारे के लिए काम करता है.
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष प्रकाश यादव ने भी विचार रखा जबकि संचालन गौरव ने किया.