तेजपाल बलात्कार कांड में पीड़िता का नाम उजागर करके फंसी भाजपा प्रवक्ता मीनाक्षी लेख वही बहाना तो नहीं कर रही जो आम लोग करते हैं?लेखी कह रही हैं कि उनका अकाउंट है कर लिया गया था.
मीनाक्षी लेखी ने अपने ट्वीटर मैसेज में पीड़िता पत्रकार का नाम लिख दिया था. जब इस पर हंगामा मचा तो उन्होंने अपने ट्वीट को डिलिट कर दिया और कहा कि उनका अकाउंट किसी ने हैक कर लिया था.
मीनाक्षी लेखी खुद भी वकील हैं और उन्हें पता है कि ब्लात्कार पीड़िता की पहचान उजागर करना कानूनन सही नहीं है.
राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष शमीमा शफीक ने मीनाक्षी लेखी के ट्वीट को शर्मनाक बताते हुए कहा कि एक जिम्मेदार नेता होने के नाते मीनाक्षी लेखी को ऐसा नहीं करना चाहिए था. महिला आयोग उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगेगा है.
इससे पहले भाजपा के एक नेता विजय जॉली ने तहलका की निवर्तमान प्रबंध सम्पादक शोमा चौधरी के घर पर कालिख पोत कर पहले ही भाजपा की किरकिरी करा चुके हैं.
ऐसे में मीनाक्षी लेखी ने पीड़िता का नाम उजागर करके नयी कानूनी मुसीबत मोल ले ली है. इधर मामला बढ़ता देख मीनाक्षी लेखी ने जवाब दिया कि मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची जा रही है. जिस ट्वीट की बात की जा रही है वो उनके द्वारा नहीं किया गय. उनका ट्विटर अकाउंट किसी ने हैक कर लिया था.