नेशनल शूटर तारा शाहदेव के राजनेताओं और मीडिया के खिलाफ तल्ख तेवर से ‘लव जिहाद’ की रट लगाने वाले अखबारों के रुख नर्म पड़ गये हैं. पढ़िए क्या कहा तारा ने.
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रांची के लगभग तमाम हिंदी अखबार जो कल तक राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव और रंजीत कोहली की शादी को ‘लव जिहाद’ की शब्दावली से संबोधित कर रहे थे, अब इसे ‘तारा शहदेव प्रकरण’ कहने लगे हैं. मिसाल के तौर पर हिंदुस्तान की खबरें देख सकते हैं. हिंदुस्तान लगातार इस मामले को लव जिहाद घोषित कर रहा था. हिंदुस्तान ने भी अब इसे ‘तारा शाहदेव प्रकरण’ कहना शुरू कर दिया है. इसी तरह रांची से प्रकाशित होने वाले अखबार दैनिक भास्कर और दैनिक जागरण के सुर भी अचानक बदल गये हैं.
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अखबारों की इस पलटमारी के पीछे तारा शाहदेव का वह बयान है जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘हमारी लड़ाई में मेरे कई मुस्लिम दोस्त मेरे साथ हैं. यह हिंदू मुस्लिम का मामला कैसे हो गया’?
तारा शाहदेव की शादी रंजीत कोहली से कुछ दिन पहले हुई थी. इसे मीडिया के एक ग्रूप और आरएसएस व बजरंग दल के नेताओं ने लव जिहाद कहके दुष्प्रचारित किया. इसमें मीडिया ने आग में घी का काम किया.
लेकिन जैसे-जैसे दिन बीतते गये तारा को एहसास होता गया कि वह कुछ नतेाओं की राजनीति का शिकार हो रही है. हालांकि अब भी कई नेता इस मामले के दोहन में लगे हैं. हालांकि तारा की इस लड़ाई में उनका साथ देने वाले सिर्फ हिंदू नहीं बल्कि कई मुस्लिम भी उनके साथ हैं.
इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता और नेशनल एलायंस फॉर पीपुल्स मूवमेंट के नेशनल कंवेनर महेंद्र यादव भी तारा शाहदेव से मिल कर तह तक जाने की कोशिश की. बिहार के सामाजिक कार्यकर्ता महेंद्र यादव ने जब उनसे पूछा कि आपका मामला तो महिला हिंसा का मामला है, ऐसे में इस में हिंदू मुस्लिम की बात कहां से आ गयी? इस पर तारा शाहदेव ने स्पष्ट कहा ऐसे नेता की शक्ल देखने से घिन आती है. उन्होंने कहा कि इन राजनीतिज्ञों के कारण ही हिंदू और मुस्लिम का दर्जा देकर असली मुद्दे से लोगों को भटका देने की कोशिश की जा रही है. बंद के दिन मेरे कितने भाईयों की हड्डी टूटी है.आज भी मेरे कई मुस्लिम दोस्त लड़ाई में हमारे साथ हैं’.
तारा ने साफ कहा कि सवाल यहां हिंदू या मुस्लिम का नहीं है. उधर तारा से मिल चुके पत्रकार मुस्तकीम आलम के अनुसार मीडिया के घृणित रवैये से तंग आकर तारा ने मीडिया के एक हिस्से को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मीडिया समाज को हिंदू मुस्लिम में बांटने से परहेज करे.
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